भारत के प्रत्येक नागरिक पर ३२ सहस्र रुपये का विदेशी कर्ज और देश पर १४७ लाख करोड का कर्ज है !

हिंदू तेजा जाग रे !

Jago !

Bharat ke pratyek nagrik par 32 hajar rupaye ka videshi karj aur desh par 147 lakh corod ka karj hai !

Bharat dwara ki gai ‘pragati’ !

जागो !

भारत के प्रत्येक नागरिक पर ३२ सहस्र रुपये का विदेशी कर्ज और देश पर १४७ लाख करोड का कर्ज है !

भारत द्वारा की गई ‘प्रगति’ !