Ram Popular Name : विश्‍व के ५७ लाख से अधिक लोगों का नाम ‘राम’, जबकि भारत में प्रत्‍येक २४५ वें  व्‍यक्‍ति का नाम ‘राम’ !

इससे प्रभु श्रीराम हिन्‍दू समाज के अविभाज्‍य अंग हैं, यही ध्‍यान में आता है !

Danish Kaneria : पाकिस्तान के क्रिकेट खिलाडी दानिश कनेरिया ने भी श्रीराममंदिर के विषय में प्रसारित की पोस्ट !

‘हमारे राजा श्रीराम का भव्य मंदिर बन रहा है । अब मात्र ८ दिन शेष हैं । बोलिए जय जय श्रीराम !’

रामराज्य की बेला…!

मंदिर के माध्यम से रामतत्त्व कार्यरत होगा तथा उसके लिए आध्यात्मिक प्रेरणा मिलेगी । अतएव रामभक्त अब अपनी उपासना की गति बढाएं तथा राष्ट्रोत्थान के कार्य में अभूतपूर्व योगदान देने के लिए संगठित रूप से समर्पित हो जाएं, तो रामराज्य की प्रभात दूर नहीं !

रामराज्य तथा उसकी प्रजा कैसी थी ? – श्री. दुर्गेश जयवंत परुळकर, हिन्दुत्वनिष्ठ व्याख्याता तथा लेखक, डोंबिवली, मुंबई

श्रीराम के कार्यकाल में विधवा स्त्रियों का विलाप सुनाई नहीं देता था । किसी भी हिंस्र पशु का किसी को उपद्रव नहीं होता था, साथ ही समस्त जनता स्वस्थ थी । उस काल में चोरी, मारपीट, डाका जैसी घटनाएं नहीं होती थी ।

देवताओंकी उपासना भक्तिभावसे करनेके लिए बतानेवाले सनातनके लघुग्रन्थ

श्रीरामकी विविध गुण-विशेषताएं क्या हैं ?, रामायणके कुछ नामोंका भावार्थ, रामायणके अनेक प्रसंगोंका भावार्थ ये सब पढने के लिए अवश्य पढिये लघुग्रन्थ ‘श्रीराम’

श्रीराममंदिर के भव्य उद्घाटन समारोह की तैयारी अंतिम चरणों में… !

२२ जनवरी २०२४ के अभिजीत मुहूर्त पर मृगाशीर्ष नक्षत्र में दोपहर १२.२० पर प्रधानमंत्रीजी के हस्तों श्रीरामलला का अभिषेक होगा । उसके उपरांत २७ जनवरी से प्रतिदिन डेढ लाख श्रद्धालुओं के आने की संभावना है । अतः प्रत्येक श्रद्धालु को रामलला के दर्शन करने हेतु केवल १५ से २० सेकंड का समय मिलेगा ।

राममंदिर से रामराज्य (हिन्दू राष्ट्र) की ओर !

छोटे बच्चों को भी रामराज्य का सपना देखना सिखाना होगा । उन्हें विद्यालयों में रामराज्य की निर्मिति के संस्कार देने होंगे । इसका आरंभ हम राममंदिर के पुनर्निर्माण से कर सकते हैं । हमें उससे प्रेरणा लेकर रामराज्य की ओर अग्रसर होना आरंभ करना है ।

जनवरी २०२४ में अयोध्या के श्रीराम मंदिर में श्रीराम की मूर्ति की प्राणप्रतिष्ठा की जाएगी, उस समय वहां सूक्ष्म से होनेवाली प्रक्रिया का एक संत द्वारा किया गया परीक्षण

मंदिर के नीचे श्रीरामतत्त्व कार्यरत था ही; परंतु अनेक वर्ष तक वह (श्रीरामतत्त्व) अवरोधित था । भले ही ऐसा हो; परंतु अभी भी वहां श्रीरामतत्त्व बना हुआ है ।

आइए, अयोध्या में निर्माणाधीन प्रभु श्रीरामचंद्र के भव्य मंदिर के भावपूर्ण दर्शन करें !

अयोध्या श्री राम मंदिर के चैतन्यदायी छायाचित्रमय दर्शन

श्री राम मंदिर में प्राणप्रतिष्ठा महोत्सव  के अवसर पर सनातन संस्था के तत्वाधान में ‘श्री राम नाम संकीर्तन अभियान’!

‘प्रभु श्री राम का आगमन अपने घर में होने वाला है’ इस मनोभाव के साथ श्री राम का  पूजन , प्रार्थना एवं  श्री राम नाम संकीर्तन करें ! – सनातन संस्था का आवाहन !