कंगना रनौत की ‘इमरजेंसी’ चलचित्र (फिल्म ) का लंदन में खालिस्तानी समर्थकों ने किया विरोध !
ब्रिटेन यह खालिस्तानवादियों का आश्रय स्थान बन गया है। ऐसी घटनाएं रोकने के लिए अब भारत सरकार को ब्रिटेन पर दबाव बनाना होगा !
ब्रिटेन यह खालिस्तानवादियों का आश्रय स्थान बन गया है। ऐसी घटनाएं रोकने के लिए अब भारत सरकार को ब्रिटेन पर दबाव बनाना होगा !
भारत की ओर से अभी तक कश्मीरी हिन्दुओं को न्याय नहीं मिला है । कश्मीरी हिन्दुओं पर हुए अत्याचार के लिए बीते ३५ वर्षों में किसी के भी विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कर कार्यवाही नहीं की गई है । यह स्थिति लज्जाजनक है !
ऐसी घृणित मानसिकता पालने वालों के विरुद्ध विश्व स्तर पर कडी कार्यवाही की जानी चाहिए। अन्यथा, आगे हर जगह हाहाकार मचेगा , यह निश्चित है !
अगर स्विट्जरलैंड जैसा धर्मनिरपेक्ष और सुधारवादी देश ऐसा कानून बना सकता है, तो भारत में ऐसा कानून क्यों नहीं बनाया जा सकता ?
प्रेम और शांति का संदेश देने वाले पोप इस्लामी आतंकवाद के बारे में कभी नहीं बोलते, जो पूरी दुनिया में आतंक मचा रहा है, इस पर ध्यान दें !
धर्मांध मुसलमानों के संदर्भ में विश्व को निरपेक्षतावाद तथा सर्वधर्म समभाव जैसी घूंटी पिलानेवाले युरोपीय देशों को चपत ! विश्व में एक भी इस्लामी देश, मुसलमान धर्मगुरु तथा उनके संगठन ऐसी घटनाओं का कभी निषेध नहीं करते, यह ध्यानमें लें !
रूस ने नागरिकों को स्पष्ट रूप से कहा है कि यदि वे अमेरिका अथवा युरोप के देशों में गए, तो अमेरिकी अधिकारी उन्हें बंदी बना सकते हैं अथवा नियंत्रण में ले सकते हैं । रूस समान ही अमेरिका ने भी अपनेे नागरिकों को सतर्क किया है ।
पिछले २० साल में ब्रिटेन में मुसलमानों की आबादी दोगुनी होने के असर ! अगर भारत में भी इस संबंध में सर्वे कराया जाए तो कोई अलग तस्वीर नजर नहीं आएगी !
बांग्लादेश में हिन्दुओं पर हो रहे अत्याचारों के विरुद्ध विश्व मंच पर प्रयास कर रहे ‘विश्व हिन्दू महासंघ’ को बधाई ! भारत में अधिकांश हिन्दू ऐसे समय में निष्क्रिय रहते हैं, यह भारत के लिए शर्म की बात है !
भारत में योगी आदित्यनाथ, पवन कल्याण जैसे कुछ मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री यदि छोडे तो बांग्लादेश में हिन्दुओं के बारे में कोई बयान नहीं देते हैं । इससे यह सवाल खड़ा हो गया है कि क्या यहां के नेता हिंदुत्वरक्षण के लिए उत्सुक हैं या नहीं !