पोप ‘हमास’ के अत्याचारों पर मौन साधे हुए हैं, इजराइल का उत्तर !
वेटिकन सिटी – गाजा पर इजराइल द्वारा लगातार बमबारी करना एक क्रूरता है, इस प्रकार की आलोचना करते हुए ईसाइयों के सर्वोच्च धर्मगुरु पोप फ्रांसिस ने इजराइल पर निशाना साधा। इसके उत्तर में इजराइल ने पोप फ्रांसिस पर दोहरे मापदंड अपनाने का आरोप लगाया। पोप फ्रांसिस ने अपने भाषण में कहा कि, “२० दिसंबर को जेरूसलम के कैथोलिक बिशप ने कैथोलिकों से मिलने के लिए गाजा पट्टी में प्रवेश करने का प्रयास किया, किंतु उन्हें प्रवेश करने की अनुमति नहीं दी गई।”
इजराइल के विदेश मंत्रालय ने कहा कि पोप की यह आलोचना निराशाजनक है, क्योंकि यह युद्ध इजराइल पर थोपा गया है। “जब आतंकवादी बच्चों के पीछे छिपते हैं और इजराइली बच्चों को मारते हैं, तब यह क्रूरता होती है। १०० लोगों को, जिनमें एक शिशु और एक लडका सम्मिलित है, ४४२ दिनों तक बंधक बनाकर रखना और उनके साथ दुर्व्यवहार करना, यह क्रूरता है। पोप ने इन सब पर ध्यान नहीं दिया है। ‘बिना कारण लोगों को मारना हमारी नीति नहीं है,’ किंतु हमास गाजा के लोगों का ढाल के रूप में उपयोग कर हम पर हमला करता है। इस कारण इजराइल को लगातार प्रतिउत्तर देना पडता है।”
संपादकीय भूमिकाप्रेम और शांति का संदेश देने वाले पोप इस्लामी आतंकवाद के बारे में कभी नहीं बोलते, जो पूरी दुनिया में आतंक मचा रहा है, इस पर ध्यान दें ! |