लेबनान का भी इजराइल पर हवाई आक्रमण
फिलिस्तीन के आतंकवादी संगठन ‘हमास’ ने ७ अक्टूबर के दिन इजराइल के ७ शहरों पर ५ सहस्र राॅकेट दागे जाने की घटना के उपरांत अब लेबनान ने भी इजराइल पर हवाई आक्रमण किए हैं ।
फिलिस्तीन के आतंकवादी संगठन ‘हमास’ ने ७ अक्टूबर के दिन इजराइल के ७ शहरों पर ५ सहस्र राॅकेट दागे जाने की घटना के उपरांत अब लेबनान ने भी इजराइल पर हवाई आक्रमण किए हैं ।
कृत्रिम बुद्धिमत्ता जैसे (‘आर्टिफिशियल इंटेलिजंस’ जैसे) तंत्रज्ञान (तकनीक) का प्रयोग कर, साइबर अपराधों की चुनौतियों का सामना कर सकते हैं ।
आक्रमण के समय हार्डवेयर उसके सॉफ्टवेयर से संपर्क करने में सक्षम नहीं था । कोई भी प्रक्षेपणास्त्र प्रणाली पूर्णरूप से भरोसेमंद नहीं होती । अब आक्रमण का स्वरूप परिवर्तित हो रहा है ।
भारत में सामाजिक माध्यमों द्वारा ऐसी घटनाओं को दबा दिया जाता है, क्योंकि वे स्वयं को धर्मनिरपेक्ष मानते हैं और उनकी दृष्टि में पादरी सभ्य गृहस्थ होते हैं !
कांग्रेस के राज्य में कानून और सुरक्षा तार-तार !
देहली उच्च न्यायालय का अभिनंदन ! अपेक्षा है कि न्यायालय यदि ऐसा ही तथा इससे भी अधिक कठोर दंड उद्दंड पुलिसकर्मियों को करेगा, तो ही उनमें कुछ तो परिवर्तन आएगा !
उत्तर प्रदेश में अब तक गुंडागिरी शेष होने से ऐसी घटनाएं हो रही हैं । अत: इन गुंडों के विषय में सरकार को अधिक कठोर होने की आवश्यकता है !
झारखंड मुक्ति मोर्चा विधायक सीता सोरेन के विरुद्ध एक प्रकरण की सुनवाई करते हुए सर्वोच्च न्यायालय ने यह टिप्पणी की ।
वर्तमान में हिन्दू साधु-संतों पर हुए आत्यंतिक अत्याचारों का धधकता उदाहरण है, साध्वी प्रज्ञासिंह ठाकूर ! हिन्दूद्वेषी कांग्रेस ही इन अत्याचारों की सूत्रधार है, अतः हिन्दू उसे कभी भूल नहीं सकते तथा क्षमा भी नहीं कर सकते !
बहुसंख्यक हिन्दू जो कर भरते हैं, केवल मतों की राजनीति के लिए उस धनराशि को अन्य धर्मियों पर पानी की भांति बहानेवाली कांग्रेस को चुनकर लानेवाले हिन्दुओं को क्या यह स्वीकार है ?