‘बिग बॉस ओटीटी’ कार्यक्रम के विजेता एल्विश यादव पर सर्प तस्करी का आरोप प्रविष्ट  किया गया !

  • ‘रेव पार्टियों’ में होता था सर्पों एवं उनके विष का उपयोग !

  • ५ तस्कर बंदी बनाए गए 

  • ९ सर्प और २० मि.ली. विष हस्तगत  

एल्विश यादव

नोएडा (उत्तर प्रदेश) – ‘बिग बॉस ओटीटी-2’ के विजेता और यूट्यूब लघुचित्र निर्माण करने वाले एल्विश यादव पर सर्प तस्करी का आरोप लगा है। नोएडा पुलिस ने वन्यजीव संरक्षण, संबंधित प्रकरण  पंजीकृत किया है एवं एल्विश पर ‘रेव पार्टी’ आयोजित करने का आरोप है। इस पार्टी में सर्पों का उपयोग किया गया था। यह तथ्य ‘पीटा’ नामक प्राणीमित्र संगठन द्वारा किए गए ‘स्टिंग ऑपरेशन’ (गुप्त चित्रीकरण ) से उजागर हुआ है। (यदि इस संस्था ने  ´गुप्त चित्रीकरण´ नहीं किया होता तो यह घटना उजागर नहीं होती। इस से स्पष्ट होता है कि सभी प्रकार की यंत्रणाओऺ से सज्ज पुलिस पूर्णरूपेण निद्रिस्त है! ऐसे अनेकों प्रकरण होंगे, जिसकी जानकारी पुलिस को नहीं है और वे धडल्लेसे हो रहे हैं! हो सकता है कि पुलिस घूस लेकर ऐसे प्रकरणों की जानकारी होते हुए उपेक्षा कर रही हो। – संपादक) इस प्रकरण में पुलिस द्वारा वन्य जीव संरक्षण अधिनियम के अंतर्गत आरोप प्रविष्ट किया गया था। जिसके फलस्वरूप ५ तस्करों को बंदी बनाया गया है और उनके पास से ९ सर्प हस्तगत किए गए हैं। जिसमें ५ कोबरा, १ अजगर, १ दोमुंहा सर्प (सैंड बोआ) और १ चूहा सर्प (हॉर्सबैक स्नेक) सम्मिलित हैं। इसके अतिरिक्त इन तस्करों के पास २० मि.ली. सर्प का विष मिला है। बंदी बनाए गए तस्करों की पहचान राहुल, टीटू नाथ, जयकरण, नारायण और रविनाथ के रूप में हुई है।

बंदी बनाए गए तस्कर

१. वन क्षेत्राधिकारी प्रमोद श्रीवास्तव ने बताया कि सर्प के विष का उपयोग रेव पार्टियों में मादकता के लिए किया जाता है। इन ‘यूट्यूबर्स’ (जो यूट्यूब के लिए लघु चलचित्र बनाते हैं) का एक गुट है जो ऐसी पार्टियों का आयोजन करता है।

२. इस अपराधी गुट का मुख्य आरोपी एलविश यादव, गायब है। उसनें एक समाचार वाहिनी पर प्रतिक्रिया देते हुए स्वयं के निर्दोष होने का दावा किया है। उसने यह भी दावा किया है कि वह बंदी बनाए गए आरोपियों को नहीं पहचानता । एल्विश यादव एक प्रसिद्ध यूट्यूबर है। वह यूट्यूब वाहिनी  पर हास्य लघु चलचित्र बनाता है। उसके  यूट्यूब वाहिन पर अनुमानित १४.२ लाख सदस्य हैं।