कनाडा द्वारा आतंकवाद, कट्टरतावाद एवं हिंसा को छूट !
जो आतंकवाद एवं अलगाववाद की भाषा बोलते हैं, वे गिने-चुने लोग ही हैं । उन पर सरकार को कार्रवाई करनी चाहिए । ऐसा नहीं समझा जाना चाहिए कि अलगाववादियों के विचार सभी सिक्ख समाज के हैं !
जो आतंकवाद एवं अलगाववाद की भाषा बोलते हैं, वे गिने-चुने लोग ही हैं । उन पर सरकार को कार्रवाई करनी चाहिए । ऐसा नहीं समझा जाना चाहिए कि अलगाववादियों के विचार सभी सिक्ख समाज के हैं !
इससे यह ध्यान में आता है कि भारत विरोधी कार्रवाइयां करने के लिए यदि अल्पसंख्यक समाज एकत्रित हों, तो भारत के सभी हिन्दुओं को संगठित होकर शीघ्रतिशीघ्र हिन्दू राष्ट्र की स्थापना करनी जाहिए !
हिन्दुओं की शोभायात्राओं पर इस प्रकार निरंतर आक्रमण होना, ‘इससे यह स्पष्ट होता है कि यह देश मुसलमानों के लिए नहीं, अपितु हिन्दुओं के लिए ही असुरक्षित हो गया है ।
कश्मीर में हिन्दू छात्रों की वहां के मुसलमान छात्रों द्वारा पीटाई होती है, इससे स्पष्ट होता है कि अभी भी कश्मीर में जिहादी मानसिकता शेष है । इसीलिए अभी तक कश्मीर में आतंकवाद समाप्त नहीं हुआ है !
ऐसी घटनाओं से ऐसा कह सकते हैं कि राज्य की हिंसा समाप्त करने के लिए जड से उसका समाधान नहीं करने से हिंसा पुनःपुनः भडक रही है !
यहां सवेरे साढे दस बजे हुए भीषण बम विस्फोट में अबतक ५४ लोगों की मौत हुई है, जबकि ३० से अधिक लोगों के घायल होने के समाचार हैं । यहां मदिना मस्जिद के निकट यह बम विस्फोट हुआ था ।
विसर्जन शोभायात्रा में धन देकर चित्रपट गीतों पर घिनौना नृत्य करनेवाले नहीं, अपितु भजन एवं नामजप की गूंज में भक्तिभाव से श्री गणेशमूर्ति का विसर्जन करनेवाले श्रद्धालुओं की आवश्यकता है ।
चीन का जहाज जासूसी करने के उद्देश्य से श्रीलंका के बंदरगाह पर आने से भारत ने अनुमति दिए जाने का विरोध किया था ।
चीन को जैसे का तैसा प्रत्युत्तर देने के लिए भारत को भी उतनी ही तैयारी करने की आवश्यकता है !
‘भारत में मुसलमान असुरक्षित हैं’, ऐसा शोर मचानेवाले इस घटना के विषय में नहीं बोलते, यह ध्यान रखें !