बांग्लादेश में मुसलमान अध्यापक ने बलपूर्वक किया हिन्दू छात्रा का धर्मांतर !
जब तक भारत सरकार बांग्लादेशी हिन्दुओं पर निरंतर हो रहे आघातों के विरोध में आवाज नहीं उठाती, ऐसी घटनाएं कैसे रुकेंगी?
जब तक भारत सरकार बांग्लादेशी हिन्दुओं पर निरंतर हो रहे आघातों के विरोध में आवाज नहीं उठाती, ऐसी घटनाएं कैसे रुकेंगी?
भारत में प्रतिदिन येनकेन प्रकारेण हिन्दुओं के देवी-देवताओं का अपमान किया ही जा रहा है । इसके पीछे भारी संख्या में धर्मांध मुसलमान ही हैं । इसलिए अब भारत को भी ईशनिंदा कानून बना कर ऐसे मुसलमानों पर कठोर से कठोर कार्यवाही कर पाकिस्तान को पाठ (सबक) पढाना (सिखाना) चाहिए !
पंजाब और कनाडा के खालिस्तानवादी इस विषय पर चुप क्यों हैं ? क्या उन्हें यह स्वीकार है ?
इससे यही ज्ञात होता है कि धर्मांध कितने भी शिक्षित एवं बडे हों, उनकी मूल आपराधिक एवं वासनापूर्ण वृत्ति दूर नहीं होती ! ध्यान दें कि इस विषय में अधर्मी एवं आधुनिकतावादी अपना मुंह नहीं खोलते !
हिन्दुत्वनिष्ठ संगठनों को ऐसी मांग क्यों करनी पडती है ? पुलिस स्वयं ही आरोपियों पर कार्रवाई क्यों नहीं करती ?
इंग्लैंड की न्यायव्यवस्था ने भी धर्म पर हो रहे ‘लव जिहाद’ का आक्रमण पहचानकर दोषियों को दंड दिया, साथ ही वहां की जनता ने भी उसके विरुद्ध संगठित होकर आंदोलन चलाया ।
ऐसे नराधम के विरोद्ध द्रुत गति न्यायालय में मुकदमा चला कर उन्हे तत्काल फांसी का दंड देने के लिए सरकार को प्रयास करना आवश्यक है !
इस घटना से ध्यान में आता है कि, बलात्कारियों पर द्रुत गति न्यायालय में –(मुकदमा) चला कर उन्हे फांसी का दंड मिलना कितना आवश्यक है ! सरकार इस दृष्टि से कब प्रयास करेगी ?
उत्तरप्रदेश में धर्मान्तरण एवं लव जिहाद विरोधी कानून होने पर भी उसकी प्रभावी कार्यवाही होती है क्या ? निरन्तर हो रही ऐसी घटनाओं से यह प्रश्न उपस्थित होता है । ऐसे प्रकरणों के अपराधियों पर यथाशीघ्र कठोर से कठोर कार्यवाही हुए बिना ऐसी घटनाएं रुक नहीं सकती !
उत्तर प्रदेश में सामने आई ‘लव जिहाद’ की एक और घटना !