Anand Ranganathan : ‘द टेलीग्राफ’ और अन्य प्रसार माध्यम ‘दीदी मीडिया’ की भूमिका निभा रहे हैं ! – डॉ. आनंद रंगनाथन

वैज्ञानिक और विचारधारक डॉ. आनंद रंगनाथन ने सुनाई खरी-खरी !

Hindu Hatred TMC : (और इनकी सुनिए …) ‘राम गरीबी रेखा के नीचे के हैं, इसलिए उनके लिए घर बना रही है !’ – तृणमूल कांग्रेस सांसद शताब्दी रॉय

भाजपा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विरोध के स्वर में तृणमूल कांग्रेसियों की बुद्धि इतनी भ्रष्ट हो गई है कि वे निम्नस्तर पर श्री राम की आलोचना करने लगे हैं !

West Bengal Sadhu Beating : अपहरणकर्ता होने के संदेह पर बंगाल में ३ साधुओं को भीड ने पीटा 

बंगाल में राष्ट्रपति शासन लागू होने पर ही ऐसी घटनाएं रुकेंगी !

Kalyan Banerjee Mimicry : (और इनकी सुनिए…) ‘मिमिक्री (नकल) करना, यह मेरा मूलभूत अधिकार है तथा मैं वह सहस्रों बार करूंगा ! – कल्याण बनर्जी, सांसद, तृणमूल कांग्रेस

मिमिक्री करनेवालों द्वारा नकल उतारकर लोगों का मनोरंजन करना, एक कला मानी जाती है; परंतु एक सांसद द्वारा उपराष्ट्रपति की आलोचना के रूप में नकल करना, यह कला नहीं, अपितु द्वेष है, इसलिए संबंधित लोगों को दंड होना आवश्यक है !

Mahua Moitra : तृणमूल कांग्रेस की सांसद महुआ मोइत्रा को लोकसभा से किया बर्खास्त

तृणमूल कांग्रेस में धर्मांध, जनताद्रोही और भ्रष्ट राजनीतिक भरे हैं, यह समय-समय पर सामने आया है । ऐसी पार्टी लोकतंत्र पर लगा कलंक है !

Geeta Pathan Kolkata : २४ दिसंबर को कोलकाता में १ लाख भक्त करेंगे गीतापाठ

पुलिस और प्रशासन की ओर से अभी तक अनुमति नहीं !

सांसदों की नैतिकता पर प्रश्नचिह्न !

यदि प्रश्न पूछने के लिए भी पैसे लिए जाते हों, तो वैसा करनेवालों को नियम के अनुसार दण्ड मिलना ही चाहिए । यदि उन्हें दण्ड मिलेगा, तभी संसद, जिसे हम ‘लोकतंत्र का मंदिर’ कहते हैं, उसकी विश्वसनीयता अक्षुण्ण रहेगी ।

महुआ मोईत्रा ने प्रधानमंत्री मोदी को बदनाम करने के लिए अदानी को लक्ष्य बनाया !

ऐसे सांसदों की सदस्यता रद्द करनी चाहिए !

केंद्रीय एजेंसियों की ओर से बंगाल, तेलंगाना और तमिलनाडु में छापे ! 

बंगाल में तृणमूल कांग्रेस सरकार के मंत्री रथिन घोष के निवास स्थान पर तथा उनसे संबंधित अन्य १३ स्थानों पर यह छापे मारे गए ।

यदि अविश्वास प्रस्ताव पर मतदान हुआ होता, तो अहंकारी गठजोड का खुलासा होता ! – प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी

विरोधी अविश्वास प्रस्ताव पर मतदान करने से पहले ही सभागृह से निकल गए । अविश्वास प्रस्ताव पर मतदान हुआ होता, तो अहंकारी गठजोड का खुलासा हो जाता ।