Ramlala Pran Pratishtha : श्रीराम के खुले नेत्र दिखानेवाली मूर्ति का छायाचित्र प्रसारित करनेवालों की पूछताछ होनी चाहिए !
श्रीरामजन्मभूमि तीर्थक्षेत्र न्यास के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास की मांग !
श्रीरामजन्मभूमि तीर्थक्षेत्र न्यास के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास की मांग !
१९ जनवरी को शाम ७ बजे से अस्थायी रूप से श्री राम जन्मभूमि पर श्री राम मंदिर में दर्शन की अनुमति नहीं होगी । यह निर्णय प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के प्रादुर्भाव के कारण लिया गया है।
कट्टरपंथी मुस्लिम समुदाय किसी मंदिर की तोडफोड करता, तो क्या समाजवादी पार्टी ने उस पर गोलीबारी की होती ?
डॉ. अनिल मिश्र ने १६ जनवरी के प्रायश्चित्त पूजन में सहभाग लिया । अब आगेके ७ दिन वे यजमान रहेंगे ।
इस मामले की आगे की सुनवाई २३ जनवरी को होगी ।
यदि साहस हो, तो सोनिया गांधी एवं राहुल गांधी मंदिर के स्थान पर आकर यह बात कहें ! – हनुमानगढी के महंत राजू दास का आवाहन
इस खुदाई में हमें मंदिर के स्तंभों के नीचे ईटों की एक रचना दिखी । मुझे मस्जिद की दीवार में मंदिर के स्तंभ दिखाई दिए । स्तंभ के निचले भाग में ११ वीं एवं १२ वीं शताब्दी के मंदिर में दिखनेवाले संपूर्ण कलश दिखाई दिए ।
९ नवंबर २०१९ को सर्वोच्च न्यायालय की ५ न्यायाधीशों की खंडपीठ ने राममंदिर के निर्माण हेतु रामजन्मभूमि की २.७७ एकड भूमि देने का निर्णय दिया ।
रामजन्मभूमि के अभियोग (मुकदमे) में हिन्दू महासभा की ओर से सर्वाेच्च न्यायालय में पू. (अधिवक्ता) हरि शंकर जैनजी ने अभियोग लडा था । अयोध्या में निर्माण होनेवाले श्रीराम मंदिर और पुन: नए सिरे से बनाई जानेवाली बाबरी मस्जिद के विषय में उनके द्वारा प्रस्तुत भूमिका यहां दे रहे हैं ।
अयोध्या के राममंदिर का ढांचा (डिजाइन) वास्तु शिल्पकार श्री. चंद्रकांत सोमपुरा (आयु ८० वर्ष) ने बनाया ! श्री. चंद्रकांत सोमपुरा ने ३० वर्षाें से भी अधिक काल तक राममंदिर कैसा होना चाहिए, इसपर मन:पूर्वक चिंतन और परिश्रम किए हैं ।