Ramlala Pran Pratishtha : श्रीराम के खुले नेत्र दिखानेवाली मूर्ति का छायाचित्र प्रसारित करनेवालों की पूछताछ होनी चाहिए !

श्रीरामजन्मभूमि तीर्थक्षेत्र न्यास के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास की मांग !

Ramlala Pran Pratishtha : श्रीरामलला की प्राणप्रतिष्‍ठा की विधि भावपूर्ण हो रही है !

१९ जनवरी को शाम ७ बजे से अस्‍थायी रूप से श्री राम जन्‍मभूमि पर श्री राम मंदिर में दर्शन की अनुमति नहीं होगी । यह निर्णय प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के प्रादुर्भाव के कारण लिया गया है।

Shivpal Yadav : (और इनकी सुनिए…) ‘वर्ष १९९० में कारसेवकों पर गोलीबारी करना, कानून एवं सुव्‍यवस्‍था की दृष्टि से आवश्‍यक था !’ – मुलायमसिंह के भाई शिवपाल यादव

कट्टरपंथी मुस्‍लिम समुदाय किसी मंदिर की तोडफोड करता, तो क्‍या समाजवादी पार्टी ने उस पर गोलीबारी की होती ?

Ayodhya Rammandir Consecration: श्रीरामजन्मभूमि तीर्थक्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य डॉ. अनिल मिश्र हैं, प्राणप्रतिष्ठा समारोह के मुख्य यजमान !

डॉ. अनिल मिश्र ने १६ जनवरी के प्रायश्चित्त पूजन में सहभाग लिया । अब आगेके ७ दिन वे यजमान रहेंगे ।

Shrikrishna Janmabhoomi Case : मथुरा की श्रीकृष्ण जन्मभूमि पर विद्यमान शाही ईदगाह मस्जिद के वैज्ञानिक सर्वेक्षण के विरुद्ध सर्वोच्च न्यायालय द्वारा स्थगन आदेश

इस मामले की आगे की सुनवाई २३ जनवरी को होगी ।

Congress On Ram Mandir : श्रीरामजन्‍मभूमि के विवादित स्‍थान पर नहीं, अपितु वहां से ३-४ कि.मी. की दूरी पर श्रीराममंदिर का निर्माण किया ! – कांग्रेस का व्‍यर्थ आरोप

यदि साहस हो, तो सोनिया गांधी एवं राहुल गांधी मंदिर के स्‍थान पर आकर यह बात कहें ! – हनुमानगढी के महंत राजू दास का आवाहन

वामपंथी इतिहासकारों ने लोगों को भ्रमित किया ! – के.के. मोहम्मद, पूर्व निदेशक, भारतीय पुरातत्व विभाग

इस खुदाई में हमें मंदिर के स्तंभों के नीचे ईटों की एक रचना दिखी । मुझे मस्जिद की दीवार में मंदिर के स्तंभ दिखाई दिए । स्तंभ के निचले भाग में ११ वीं एवं १२ वीं शताब्दी के मंदिर में दिखनेवाले संपूर्ण कलश दिखाई दिए ।

श्रीराम मंदिर के निर्माणकार्य में महत्त्वपूर्ण एवं प्रस्तावित घटनाएं

९ नवंबर २०१९ को सर्वोच्च न्यायालय की ५ न्यायाधीशों की खंडपीठ ने राममंदिर के निर्माण हेतु रामजन्मभूमि की २.७७ एकड भूमि देने का निर्णय दिया ।

सभी हिन्दू मंदिर स्वतंत्र होंगे, उस दिन भारत को ‘हिन्दू राष्ट्र’ घोषित करने से कोई नहीं रोक सकता ! – पू. (अधिवक्ता) हरि शंकर जैनजी, सर्वाेच्च न्यायालय

रामजन्मभूमि के अभियोग (मुकदमे) में हिन्दू महासभा की ओर से सर्वाेच्च न्यायालय में पू. (अधिवक्ता) हरि शंकर जैनजी ने अभियोग लडा था । अयोध्या में निर्माण होनेवाले श्रीराम मंदिर और पुन: नए सिरे से बनाई जानेवाली बाबरी मस्जिद के विषय में उनके द्वारा प्रस्तुत भूमिका यहां दे रहे हैं ।

अयोध्या का राममंदिर और इतिहास के स्वर्णिम अक्षरों में लिखा जानेवाला सोमपुरा घराने का अद्वितीय कार्य !

अयोध्या के राममंदिर का ढांचा (डिजाइन) वास्तु शिल्पकार श्री. चंद्रकांत सोमपुरा (आयु ८० वर्ष) ने बनाया ! श्री. चंद्रकांत सोमपुरा ने ३० वर्षाें से भी अधिक काल तक राममंदिर कैसा होना चाहिए, इसपर मन:पूर्वक चिंतन और परिश्रम किए हैं ।