पूर्वोत्तर भारत में प्रधान मंत्री के हाथों प्रथम ‘वंदे भारत’ रेलगाडी का उद्घाटन !
इस रेलगाडी का मार्ग गुवाहाटी से न्यू जालपाईगुडी (बंगाल) है । ४११ कि.मी. की दूरी पार करने में केवल ५ घंटे लगेंगे । यह देश की ९ वीं ‘वंदे भारत’ एक्सप्रेस है ।
इस रेलगाडी का मार्ग गुवाहाटी से न्यू जालपाईगुडी (बंगाल) है । ४११ कि.मी. की दूरी पार करने में केवल ५ घंटे लगेंगे । यह देश की ९ वीं ‘वंदे भारत’ एक्सप्रेस है ।
२८ मई को प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने नए संसद भवन में स्वतंत्रता सेनानी सावरकर की प्रतिमा को पुष्प अर्पण कर नमन किया । इस अवसर पर सुरक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, लोकसभा के अध्यक्ष ओम बिरला, सांसदीय कार्य मंत्री प्रल्हाद जोशी तथा भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे.पी. नड्डा आदि उपस्थित थे ।
प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने २८ मई को यहां केंद्र सरकार की महत्त्वकांक्षी ‘सेंट्रल विस्टा’ परियोजना के अंतर्गत ९७० करोड रुपए व्यय कर निर्मित नए संसद भवन का उद्घाटन किया । हवन तथा पूजन के साथ धार्मिक विधियों द्वारा नए संसद भवन का उद्घाटन किया गया ।
ऑस्ट्रेलियन नागरिकों का हिन्दूद्वेष ! बीबीसी ने यह चलचित्र बनाया है । भारत सरकार ने देश में इस डॉक्यूमेंटरी (दस्तावेज ) पर प्रतिबंध लगाया है ।
२८ मई को संसद के नए भवन का उद्घाटन प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदीजी के हाथों होने की अपेक्षा वह राष्ट्रपति के हाथों होना आवश्यक है, पूरे देश विपक्षी दलों ने ऐसी भूमिका अपना ली है ।
इमारत का उद्घाटन राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के हस्तों होने की मांग करते हुए देश के १९ विरोधी पक्षों ने उद्घाटन के कार्यक्रम पर बहिष्कार डालने का निर्णय लिया है ।
इससे पूर्व ऑस्ट्रेलिया में हिन्दुओं के मंदिरों पर आक्रमण होने पर उन्हें रोकने का आश्वासन ऑस्ट्रेलिया ने दिया था; परंतु इसके पश्चात भी आक्रमण चल रहे हैं । इसलिए ऐसे आश्वासनों पर कितना विश्वास रखें ?, निश्चित ही हिन्दुओं के मन में ऐसा प्रश्न उभरेगा !
ध्यान दें ! समान नागरिकता कानून लागू होने से मुसलमान ४ विवाह नहीं कर सकेंगे, अल्पसंख्यक के नाते दी जानेवाली अन्य सुविधाएं रद्द हो जाएंगी, इसलिए मदनी पैर पटक रहे हैं !
पापुआ न्यू गिनी के प्रधानमंत्री जेम्स मारेप ने राजधानी पोर्ट मोरेस्बी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पैर छूकर उनका स्वागत किया। उसके उपरांत एयरपोर्ट पर ही प्रधानमंत्री मोदी को ‘गार्ड ऑफ ऑनर’ (विशेष सम्मान) दिया गया।
‘जी ७’ देशों के वार्षिक शिखर सम्मेलन में सम्मिलित होने हेतु गए भारत के प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की से भेंट की । दोनों नेताओं में चर्चा भी की गई ।