कश्मीर मसले पर किसी के मध्यस्थता की आवश्यकता नहीं ! – भारत ने कडे तेवर दिखाए

जिहादी पाक को अब शब्दों के माध्यम से स्पष्ट करना पर्याप्त नहीं, उसे हमेशा के लिए सबक सिखाए जाने की आवश्कता है, यह भारतीय शासनकर्ता ध्यान में लेंगे क्या ?

आतंकवाद के पीड़ितों के साथ उन देशों के साथ गंभीर अन्याय जो इसे नहीं पहचानते ! – भारत

यह वास्तविकता स्वीकारकर अब भारत को जिहादी आतंकवादियों का पालन-पोषण करनेवाले पाक का मटियामेट (नेस्तनाबूत) करना, यही एकमेव पर्याय है, यह भारतीय शासनकर्ताओं को कब ध्यान में आएगा ?

भारत से चीन जानेवाले इरान के विमान में बम होने की जानकारी

इरान से चीन के ग्वांगझूला जाने वाले ‘महान एअरलाइन्स’ के विमान में बम होने की जानकारी मिलने के उपरांत इसे तत्काल उतारने का प्रयास किया गया । इरान से यह विमान पाकिस्तान के लाहोर आने पर उसमें बम होने की जानकारी मिली ।

भारत में पाकिस्तान सरकार के ट्विटर खाते पर प्रतिबंध

भारत सरकार ने पाकिस्तान सरकार के ट्विटर खाते पर भारत में प्रतिबंध लगाया है । भारत द्वारा हाल ही में ‘पापुलर फ्रंट ऑफ इंडिया’ पर ५ वर्षों के लिए प्रतिबंध लगाए जाने पर इस खाते से इस पर टिप्पणी करने वाले ट्वीट किए गए थे । यही कारण इस प्रतिबंध को लगाए जाने के विषय में बताया जा रहा है ।

अरुणाचल प्रदेश से सटे चीन की सीमा पर चीनी सेना का निर्माणकार्य और उसके लिए भारत द्वारा करने योग्य उपाय !

अरुणाचल प्रदेश के लांग्जू प्रदेश के पास की एक घाटी में चीनी सेना निर्माणकार्य कर रही है, ऐसा एक वीडियो प्रसारित हो रहा है । यह वीडियो भारतीय सीमा में रहनेवाले नागरिकों ने बनाया है । उन्हें चीनी सैनिक अरुणाचल प्रदेश-चीन सीमा पर निर्माणकार्य करते हुए दिखाई दिए ।

भारत के परराष्ट्रमंत्री जयशंकर ने पाकिस्तान के सामने उपस्थित किया सूत्र

पाकिस्तान में सिक्ख महिला का अपहरण तथा धर्मपरिवर्तन करने का प्रकरण
राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग ने की थी विनती !

अमेरिका किसको मूर्ख बना रहा है?

विदेश मंत्री जयशंकर ने पाकिस्तान को दिए गए एफ-१६ विमानों के संबंध में अमेरिका को खरी-खरी सुनाई !

रूस-यूक्रेन युद्ध में भारत शांति के पक्ष में ! भारत का संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में प्रतिपादन !

रूस-यूक्रेन युद्ध कूटनीति के आधार पर रोका जाय, ‘इस युद्ध में भारत किसके पक्ष में है ?’ हमें नित्य ऐसा पूछा जाता है । इस पर हमारा एक ही सीधा एवं प्रामाणिक उत्तर है, ‘भारत शांति के पक्ष में है और इस पर सदैव अडिग रहेगा’, ऐसा भारत के विदेशमंत्री एस. जयशंकर ने संयुक्त राष्ट्र की महासभा में प्रतिपादन किया ।