ओसामा बिन लादेन की आदर-सत्कार करनेवाले हमें उपदेश न दें !

संयुक्त राष्ट्र में कश्मीर को प्रस्तुत करनेवाले पाकिस्तान को भारत के विदेश मंत्री एस.जयशंकर ने सुनाया

नई देहली – पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो ने संयुक्तराष्ट्र की सुरक्षा परिषद में कश्मीर का प्रश्न उपस्थित किया । इस पर भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने प्रत्युत्तर देते हुए कहा कि जिस देश ने आतंकवादी ओसामा बिन लादेन की आदर-सत्कार की, उस देश को संयुक्त राष्ट्र के शक्तिशाली व्यासपीठ से उपदेश देने की पात्रता नहीं, वह हमें उपदेश न दे ।

विदेशमंत्री जयशंकर द्वारा प्रस्तुत सूत्र

१. आतंकवाद के विरुद्ध पूरा विश्व संघर्ष कर रहा है तथा ऐसे समय कुछ लोग अपराधी तथा आतंकवादी आक्रमणों का षड्यंत्र रचानेवाले लोगों को उचित सिद्ध कर रहे हैं । उनकी सुरक्षा के लिए वे अंतर्राष्ट्रीय व्यासपीठ का अनुचित प्रयोग कर रहे हैं, जयशंकर ने ऐसा कहते हुए चीन को भी फटकारा । चीन ने पाकिस्तानी आतंकवादियों को ‘अंतर्राष्ट्रीय आतंकवादी’ घोषित करने का विरोध किया था ।

२. विश्व आपात स्थिति, युद्ध तथा हिंसा आदि से संघर्ष कर रहा है । शांति प्रस्थापित करने तथा मार्ग दर्शाने हेतु आज भी महात्मा गांधी के आदर्शाें की आवश्यकता है । महामारी, वातावरण में परिवर्तन आदि संघर्षाें की चुनौतियों को प्रभावी रूप से प्रतिसाद देने के विषय में संयुक्त राष्ट्र विश्वसनीय है ।

क्या कहा था बिलावल भुट्टो ने ?

भारत को सुरक्षा परिषद का स्थाई सदस्य बनाने की मांग पर पाकिस्तान के विदेशमंत्री बिलावल भुट्टो ने कहा था कि कश्मीर का प्रश्न अब भी हल नहीं हुआ है । यदि आपको (भारत को) बहुपक्षीय सफलता देखनी है, तो आप ही कश्मीर प्रश्न पर परिषद के प्रस्ताव की कार्यवाही को अनुमति दे सकते हैं । बहुपक्षवाद सफल होगा, आप यह सिद्ध कर सकते हैं । आपकी (भारत की) अध्यक्षता में परिषद के हमारे प्रदेश में (कश्मीर) शांति स्थापित हो सकती है, यह आप सिद्ध करें ।