राष्ट्रभाषा ‘हिन्दी’की दुर्दशा रोकें !
हिन्दुओं में स्वभाषा अभिमान जागृत करनेवाली ग्रंथमाला ‘स्वभाषारक्षा’
हिन्दुओं में स्वभाषा अभिमान जागृत करनेवाली ग्रंथमाला ‘स्वभाषारक्षा’
‘लव जिहाद’ अर्थात हिन्दू स्त्री को प्रेमजाल में फंसाकर वेश्या या जिहादी बनाने का षड्यंत्र
बहन के मन पर साधना का महत्त्व अंकित कर उसे उसके जीवन में आमूलचूल परिवर्तन लानेवाले ‘सनातन प्रभात’ की पाठक बनाना और उसे उसमें दी जानेवाली अमूल्य जानकारी पढने के लिए प्रेरित करना, उसके लिए इससे अधिक श्रेष्ठ उपहार अन्य क्या हो सकता है ?
स्वभावदोषों पर उपचारी सूचना, स्वसूचना बनाते समय ध्यान रखने योग्य सूत्र, स्वभावदोष-निर्मूलन प्रक्रिया अशिक्षित एवं अल्पशिक्षित व्यक्ति भी कर पाएं, इस हेतु उपयुक्त सूचना आदि के विषय में इस ग्रंथ में पढें ।
परात्पर गुरु डॉ. आठवलेजी के प्रथम ग्रंथ ‘अध्यात्मशास्त्र’ से अधिक मात्रा में चैतन्य प्रक्षेपित हो रहा है, यह दर्शानेवाली वैज्ञानिक जांच !
स्वभावदोष (षड्रिपु)-निर्मूलनका महत्त्व एवं गुण-संवर्धन प्रक्रिया (अंग्रेजी), नामजप का महत्त्व (अंग्रेजी), त्योहार मनानेकी उचित पद्धतियां एवं अध्यात्मशास्त्र (हिन्दी)
सनातन दंतमंजन के नियमित उपयोग से मसूडे एवं दांत की दुर्बलता दूर होकर मसूडे और दांत मजबूत होते हैं । मसूडों की सूजन, उसमें से रक्त आना बंद होता है । दांतों की सडन रुककर दांतों का स्वास्थ सुधर जाता है, साथ ही दांत जड से मजबूत होते हैं ।
दशम अखिल भारतीय हिन्दू राष्ट्र अधिवेशन के उद्घाटन सत्र के उपरांत ‘भारतीय अर्थव्यवस्था पर नया आक्रमण : हलाल जिहाद ?’, इस हिन्दू जनजागृति समिति के मराठी एवं हिन्दी भाषा के ग्रंथों का लोकार्पण किया गया ।
गुरु, पितासे भी अधिक श्रेष्ठ क्यों हैं; विभिन्न विचारधाराओंके अनुसार गुरुके प्रकार क्या हैं; गुरु, सद्गुरु एवं परात्पर गुरु में क्या भेद (अंतर) है; साधकपर गुरुकृपा चरण-प्रति-चरण कैसे होती रहती है; ‘गुरुमन्त्र’ क्या होता है; उसे गुप्त रखना चाहिए, ऐसा क्यों कहा जाता है आदि प्रश्नोंका समर्पक उत्तर देनेवाला ग्रन्थ !