नई दिल्ली – चीन ने लद्दाख सीमा पर डोकलाम से ९ किमी दूर ´अमो चू घाटी´ में एक गांव बसाया है । चीन ने भूटान के क्षेत्र में स्थित इस गांव को ‘पंगड़ा’ नाम दिया है । नवंबर २०१९ में गांव के निर्माण के उपग्रह द्वारा लिए गए चित्र प्रकाशित हुए थे और अब गांव लोगों से भर गया है । लगभग हर घर के सामने वाहन देखे जा सकते हैं । ´ पंगडा ´ के पास चीन द्वारा एक सड़क अवैध रूप से भूटानी भूमि पर नियंत्रण प्राप्त करने हेतु से बनाई गई है । रास्ता तीव्र प्रवाही अमो चू नदी के तट पर है और भूटान के १० कि.मी. अंदर स्थित है । डोकलाम में ही चीनी और भारतीय सेनाओं के बीच झड़प हुई थी ।
China’s Doklam designs exposed; Provokes India with new village | Satellite pics pic.twitter.com/UHn9wIB73H
— Hindustan Times (@htTweets) July 20, 2022
यह घटना ऐसे समय में हुई है, जब भारत और चीन ने पूर्वी लद्दाख में तनाव कम करने के लिए १६ वें दौर की वार्ता की है किंन्तु इतने से भी चीन पर कोई विशेष प्रभाव देखने को नहीं मिला । दूसरी ओर चीन भूटान के क्षेत्र को विभाजित कर रहा है किंन्तु भूटान उसे रोकने में असमर्थ है । भारत में भूटान के राजदूत मेजर जनरल वेटसॉप नामग्याल ने ´अमो चू घाटी´ में चीन के निर्माण पर टिप्पणी करने से मना कर दिया है ।
भारत पर प्रभाव !
यह गांव और सड़क चीनी सेना को रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण डोकलाम पठार तक सहजता से पहुंचने में सहायता करेगी । इसके माध्यम से चीन भारत के संवेदनशील सिलीगुड़ी राजमार्ग तक सहज ही पहुंच सकता है । सिलीगुड़ी राजमार्ग पूर्वोत्तर राज्यों को देश के अन्य भागों से जोड़ता है । चीनी व्यापार विशेषज्ञ डॉ. ब्रह्म चेलानी ने कहा कि चीन भूटान की सीमा में निर्माण कर भारत के विरुद्ध अपनी सैन्य क्षमता सशक्त कर रहा है ।
संपादकीय भूमिकाभारत पर भूटान की रक्षा का उत्तरदायित्व होते हुए, चीन भूटान में घुसपैठ करता है और भारत कुछ भी नहीं करता । यह लज्जास्पद है ! |