चीन का विधान राजनीतिक शिष्टाचार का उल्लंघन !
जासूसी करनेवाली चीन की नौका को श्रीलंका द्वारा उनके बंदरगाह में आने की अनुमति देने का प्रकरण
जासूसी करनेवाली चीन की नौका को श्रीलंका द्वारा उनके बंदरगाह में आने की अनुमति देने का प्रकरण
भारत चीन को ऐसे दुस्साहसी कृत्यों के विषय में कब पूछेगा ?
सुरक्षा एवं विदेश-राष्ट्र विशेषज्ञ ब्रह्मा चेलानी ने कहा है कि यदि चीन की सेना ताइवान नियंत्रित करती है, तो उसका आगामी लक्ष्य अरुणाचल प्रदेश होगा ।
रूस में होनेवाले ‘जागतिक सैनिक अभ्यास’में भारत एवं चीन के सैनिक एकत्र अभ्यास करते हुए दिखाई देंगे । वर्तमान में पूर्व लदाख में वास्तविक नियंत्रण सीमा पर दोनों देशों में दो वर्षों से भी अधिक समय से तनाव की स्थिति है ।
भारत के विरोध के उपरांत भी श्रीलंका के अनुमति देने पर चीन की ‘युआन वांग-५’ यह गुप्तचरी करनेवाली नौका १६ अगस्त को सवेरे श्रीलंका के हंबनटोटा बंदर पहुंची । यह नौका २२ अगस्त तक वहां होगी ।
भारत में चित्रपट (वीडियो) देखने के लिए भारी मात्रा में उपयोग किए जानेवाले ‘वी.एल.सी.मीडिया प्लेयर’ नामक चीनी कंप्यूटर प्रणाली पर प्रतिबंध लगा दिया गया है ।
चीन स्वयं उघूर मुसलमानों पर अत्याचार कर रहा है तथा अन्य देशों के जिहादी आतंकवादियों का बचाव कर रहा है, यह चीन की दोहरी चाल है !
श्रीलंका के आर्थिक दिवालियापन के पश्चात अब जागृत हुआ बांग्लादेश !
क्रूर मनोवृत्ति एवं उपकार करनेवाले के साथ विश्वासघात करनेवाला कृतघ्न चीन ! ऐसे चीन को पूरी तरह से झुकाने हेतु अब भारत को प्रयास करने की आवश्यकता !
शत्रुराष्ट्र के भ्रमणभाष संचों के विरुद्ध भारत शासन का उठाया यह कदम स्वागत योग्य है । अब राष्ट्र प्रेमियों को भी चीनी उत्पादों का बहिष्कार करना चाहिए !