नागालैंड में सैनिकों की गोलाबारी में नागरिकों की मृत्यु और उसके उपरांत सामने आई प्रतिक्रियाएं !

४ दिसंबर २०२१ को नागालैंड में भारतीय सेना की गोलाबारी में १३ नागरिकों की मृत्यु होने की दुर्भाग्यपूर्ण घटना हुई । इस राज्य में विद्रोहियों के कई समूह कार्यरत हैं; परंतु वर्तमान में उन्होंने भारतीय सेना के साथ शस्त्रसंधि की हुई है । उसके कारण उनमें आक्रमण नहीं होते; परंतु ऐसी संभावना सदैव ही बनी रहती है ।

नागालैंड में सुरक्षा बलोंद्वारा आतंकवादी समझ कर की गई गोलीबारी में १३ नागरिकों की मृत्यु !

सुरक्षा बलों को सूचना मिली थी कि, इस क्षेत्र में ‘एनएससीएन’ नामक आतंकी समूह के आतंकी हैं तथा वे आक्रमण की तैयारी कर रहे हैं। इसलिए, कार्रवाई की योजना बनाई गई थी। सुरक्षाबलों के सैनिकों ने वाहन रोकने के लिए कहा; परंतु, वाहन नहीं रुका। इसके पश्चात, सुरक्षाबलों ने गोलीबारी की।

मनुष्य स्वयं को न बचा सकने के कारण अब हमें भगवान की सहायता की आवश्यकता ! – मेघालय के स्वास्थ्य मंत्री अलेक्झांडर हेक का आवाहन

मनुष्य स्वयं को स्वयं नहीं बचा सकता । अब हमें ईश्वर की सहायता की, उसके आशीर्वाद की ही आवश्यकता है, ईश्वर बिना हम कुछ नहीं । पूरे विश्व में इस (कोरोना) बीमारी का सामना करने वालों को केवल पवित्र संरक्षण ही बचा सकता है, ऐसा विधान मेघालय के स्वास्थ्य मंत्री और भाजपा के नेता अलेक्झांडर हेक ने कोरोना के बढते संकट पर किया है । उन्होंने ३० मई के दिन दोपहर १२ बजे सभी को घर पर ईश्वर की प्रार्थना करने का आवाहन किया था । मेघालय सरकार ने उस संदर्भ में परिपत्रक निकाला था । मुख्यमंत्री कॉनरेड संगमा ने इसकी अनुमति दी थी ।