बांग्लादेश में मंदिरों पर आक्रमण कर श्री कालीमाता तथा श्रीगणेश की प्रतिमाओं को किया ध्वस्त
यह बात पुनः एक बार स्पष्ट है कि मदरसा के छात्र सीखते क्या हैं ? तथा वे करते क्या हैं ? इस घटना के विषय में भारत सरकार बांग्लादेश को कब उत्तर पूछेगी ?
यह बात पुनः एक बार स्पष्ट है कि मदरसा के छात्र सीखते क्या हैं ? तथा वे करते क्या हैं ? इस घटना के विषय में भारत सरकार बांग्लादेश को कब उत्तर पूछेगी ?
भारत से पृथक (अलग) हुए मुसलमानबहुल देश में हिन्दू तथा सिक्खों की संख्या प्रतिदिन घट रही है । इस संदर्भ में पिछले ७५ वर्षों में भारत सरकार ने एक बार भी आवाज नहीं उठाई, न ही हिन्दू संगठनों ने इसके लिए सरकार पर दबाव डाला । भारत के हिन्दुओं के लिए यह लज्जास्पद है !
भारतीय मुसलमानों पर कथित रुप से अत्याचार होने पर धर्मांध मुसलमान देशभर में हिंसात्मक कार्यवाही करते हैं, तो बांगलादेश में हिन्दुओं पर नियमित आक्रमण होने पर भी वहां के हिन्दू शांतिपूर्ण आंदोलन करते हैं, यह ध्यान में लें !
मैमनसिंग जिले के भालुका उप-जिले में मुसलमान कट्टरपंथियों ने जातीयवादी घोषणा देते हुए हिन्दू की दुकानों पर आक्रमण किया । इस अवसर पर एक हिन्दू दुकानदार पर गोली भी चलाई ।
जो भारत के हिन्दू नेताओं को करना अपेक्षित है, वे सात समुद्र के पार रहनेवाला एक इसाई सांसद करता है, यह हिन्दुओं के लिए अत्यंत लज्जाजनक है ! हिन्दुओं के नेताओं की ऐसी निष्क्रियता क्या कभी हिन्दुओं पर होनेवाले अत्याचार रोक पाएगी ?
यदि भारत में मुसलमानों पर आक्रमण हों, तो उस समय इस्लामी देश एवं उनके संगठन तुरंत भारत को खरी-खोटी सुनाकर उत्तर पूछते हैं, भारत सरकार को यह ध्यान में रखना चाहिए !
बांग्लादेश में ऐसा कुछ होने से पूर्व ही भारत सरकार को वहां स्थित शेख हसीना सरकार को जबाब उत्तर पूछना चाहिए ! यदि भारत सरकार निष्क्रिय रहती है और कोई आरोप लगाए कि बांग्लादेश में हिन्दुओं के नरसंहार के लिए एक प्रकार से भारत सरकार ही उत्तरदायी है, तो इसमें भूल कैसी ?
इस विषय में भारत सरकार चुप क्यों ? इस्लामी देश और उनके संगठन चुप क्यों ? भारत में किसी हिन्दू द्वारा मुसलमान के संबंध में ऐसी घटना हुई होती, तो संपूर्ण विश्व में भारत और हिन्दुओं के विरुद्ध इस पर प्रतिक्रिया हुई होती !