सैनिक एवं पुलिस लूट रहे हैं हिन्दुओं के घर !
ढाका (बांग्लादेश) – बांग्लादेश के अशांतिपूर्ण वातावरण में हिन्दुओं पर हो रहे आक्रमणों में वृद्धि हो रही है । यह परिस्थिति नियंत्रित करने हेतु पुलिस एवं सेना टालमटोल कर रही है । वे ही इस हिंसा के पीछे कार्यरत हैं । गुप्तचरों के सूत्रों द्वारा कहा गया है कि अनेक मूर्तियां एवं मंदिर नष्ट हुए हैं । सेना द्वारा आश्वासन दिया जाने पर भी बांग्लादेश के हिन्दुओं को बचाने के कोई भी ठोस प्रयास नहीं हुए हैं । वास्तव में सेना एवं पुलिस भी घर लूट रही है ।
गुप्तचरों के सूत्रों द्वारा बताया गया है कि,
१. हिन्दू परिवारों पर आक्रमण किए जा रहे हैं । एक हिन्दू प्राध्यापक की हथौडे से निर्मम हत्या की गई । बांग्लादेश में हिन्दू परिवारों ने सर्वस्व गंवा दिया है एवं अब भी हिन्दू संगठनाओं को खुलेआम बोलने से भय लगता है ।
२. हिन्दुओं पर केवल कट्टरतावादियों के द्वारा आक्रमण नहीं हो रहें, अपितु हिन्दुओं का विरोध, यह आंदोलन बन रहा है । यह अनेक वर्षों से चल रहे होने के कारण कोई भी नेतृत्व इसे नियंत्रित नहीं कर सकता । सऊदी अरब एवं खाडी देशों से बडी मात्रा में आए हुए धन के कारण इस्लामी गुट कार्यान्वित हो रहे हैं । सेना एवं पुलिस ने इन इस्लामवादियों को छूट दे रखना, यह गुंडों को समर्थन करने का स्पष्ट संकेत है ।
३. स्थानीय प्रसारमाध्यमों एवं ढाका के हिन्दू अल्पसंख्यक गुट के अधिकारियों के विवरण के अनुसार वर्तमान में लगभग ९७ स्थानों पर हिन्दुओं पर आक्रमण हुए हैं ।
जनवरी २०१३ से बांग्लादेश में हिन्दू समुदायों पर अनुमान से ४ सहस्र आक्रमण
बांग्लादेश में वर्ष २०१३ से हिन्दुओं पर ४ सहस्र आक्रमण हुए हैं, यह जानकारी गुप्तचरों के सूत्रों ने दी है । ये व्यवस्थित आक्रमण हैं । शेख हसीना के त्यागपत्र देने के उपरांत आरंभ हुई हिंसा उत्स्फूर्त नहीं, अपितु जानबूझकर एवं नियोजित है । इसमें अनेक घटकों द्वारा महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई गई है । सरकारी तंत्र की निष्क्रियता है; क्योंकि उन्होंने इसे (हिंसा को) कुछ समय तक चलने देने का निर्णय लिया है । अब इस्लामी गुटों को हिन्दुओं पर आक्रमण करने का कारण मिला है तथा भारतीय नीतियां मुसलमान विरोधी हैं ।
संपादकीय भूमिकाइससे स्पष्ट होता है कि बांग्लादेश में आगे हिन्दुओं का क्या होनेवाला है ! रक्षक यदि भक्षक बन जाएं, तो क्या होगा, यह ध्यान में आता है ! क्या भारत अब वहां के हिन्दुओं की रक्षा हेतु हस्तक्षेप करेगा ? ऐसा प्रश्न खडा हो रहा है ! |