विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने राज्यसभा में दी जानकारी !
नई दिल्ली – बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों को लक्ष्य किया जा रहा है। हम उनकी स्थिति पर दृष्टि बनाए हुए हैं । चिंता की बात यह है कि कई शहरों में अल्पसंख्यक समुदाय के प्रतिष्ठानों तथा घरों को लक्ष्य किया गया है । हिंसा का कितना स्तर है, यह अभी तक पता नहीं चला है । उनकी सुरक्षा के लिए कई संस्थाएँ आगे आई हैं। हम इसका स्वागत करते हैं; किंतु जब तक कानून एवं व्यवस्था में सुधार नहीं होता, हम चिंतित रहेंगे। इस स्थिति को देखते हुए हमारे सीमा सुरक्षा बलों को भी विशेष सतर्क रहने का निर्देश दिया गया है, ऐसी जानकारी विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने राज्यसभा में बांग्लादेश की स्थिति के बारे में बात करते हुए दी ।
Suo-moto statement in Rajyasabha on the situation in Bangladesh. https://t.co/ceM41AEATE
— Dr. S. Jaishankar (@DrSJaishankar) August 6, 2024
एस. जयशंकर ने बताया कि बांग्लादेश में जुलाई से हिंसा जारी है। सर्वोच्च न्यायालय के निर्णय के बाद भी वहां हिंसा जारी है । भारत सरकार बांग्लादेशी अधिकारियों के संपर्क में है। वहां पुलिस पर भी आक्रमण हो रहे हैं । शेख हसीना ने भारत आने की अनुरोध किया था । इसके अलावा हमें बांग्लादेशी अधिकारियों से हवाई उड़ान के लिए अनुमति देने का अनुरोध किया गया था । इसके बाद शेख हसीना भारत पहुंचीं। हम अपनी राजनयिक व्यवस्थाओं के माध्यम से बांग्लादेश में भारतीय समुदाय के साथ निकट और सतत संपर्क में हैं। एक अनुमान के अनुसार वहां १९ हजार भारतीय नागरिक रहते हैं । उनमें से लगभग ९ हजार छात्र हैं । जुलाई में बडी संख्या में छात्र वापस लौट आए थे ।
संपादकीय भूमिकाबांग्लादेश में १९४७ से ही अल्पसंख्यक, यानी हिन्दुओं को लक्ष्य किया जा रहा है। उस समय २८ प्रतिशत हिन्दू थे, जो अब ८ प्रतिशत भी नहीं बचे हैं। इस समय भारत ने उनकी सुरक्षा के लिए कुछ नहीं किया है और अब भी कुछ नहीं किया जा रहा है ! यह भारत के अब तक के सभी दलों की सरकारों तथा हिन्दुओं के लिए लज्जासपाद है! |