(कहती हैं) ‘हिन्दुत्वनिष्ठों को समाज में दूरी उत्पन्न कर हिन्दू राष्ट्र की स्थापना करनी है !’ – डॉ. दीपा सुंदरम्, डेन्वर विश्वविद्यालय, अमेरिका

हिन्दूविरोधी अंतरराष्ट्रीय ऑनलाइन परिषद का तीसरा दिन !

(कहते हैं) ‘हिंदू भक्तों द्वारा दी जाती है हत्या और बलात्कार की धमकी !’

यदि ऐसी धमकियां दी जाती हैं, तो अपने आप को प्रगतिशील कहनेवाले, संबंधित अधिकारियों से उनके विरुद्ध शिकायत क्यों नहीं करते ? या किसी ने धमकी दी है, तो उसका नाम क्यों नहीं बताते ! ध्यान दें, कि इस तरह के वक्तव्य हिन्दुओं को केवल कलंकित करने के लिए दिए जा रहे हैं !

पाटलिपुत्र (पटना, बिहार) में मूर्तिकार द्वारा क्रिकेट खेल रहे भगवान गणेश की मूर्ति की निर्मिति !

यह हिन्दुओं के लिए लज्जाजनक है, कि हिन्दुओं द्वारा हिन्दू देवताओं की मूर्तियों का इस प्रकार उपहास किया जा रहा है एवं सरकार द्वारा उसे पुरस्कार दिया जाता है !

कागज की लुग्दी की मूर्तियों के संबंध में ‘राष्ट्रीय हरित प्राधिकरण’ के प्रतिबंध के आदेश का उल्लंघन !

कागज की लुग्दी की मूर्ति बेचने वाले ‘अमेजॉन’, ‘फ्लिपकार्ट’, ‘इंडिया मार्ट’ इस वेबसाइट के विरोध में पुलिस में शिकायत
हिन्दुत्वनिष्ठ संगठनों की ओर से कार्यवाही की मांग

लुधियाना (पंजाब) के एक बेकरी व्यापारी ने श्री गणेश की चॉकलेट की मूर्ति को ‘ईको फ्रेंडली’ बना दिया !

गत कुछ वर्षों से जानबूझकर केवल हिन्दू धर्म के लिए ही ‘इको फ्रेंडली’ त्योहार मनाने की प्रथा बनाई जा रही है । वहीं दूसरी ओर, मोहर्रम, बकरी ईद, आदि त्योहार उस धर्म की परंपरा के अनुसार पर्यावरण को लात मारकर मनाए जा रहे हैं ।

अमेरिका एवं कनाडा के १५० हिन्दू संगठनों ने ‘ग्लोबल डिस्मेंटलिंग हिन्दुत्व’ सम्मेलन का विरोध किया !

कहां हिन्दू-विरोधी कार्यक्रमों के विरुद्ध तत्परता से संगठित होकर सक्रिय होने वाले विदेश के हिन्दू और कहां हाथ पर हाथ धरे चुप बैठने वाले भारत के साधारण हिन्दू ?

छत्तीसगढ के सरकारी स्कूल में शिक्षक ने भगवान कृष्ण के जन्मदिन पर उपवास कर रहे छात्रों को पीटा !

ऐसे शिक्षक को निलंबित नहीं, अपितु बंदी बनाकर कारागृह में डाल देना चाहिए, ताकि कोई अन्य इस तरह की हरकत करने का साहस न करे !

उत्तर प्रदेश में धर्मांतरण के आरोप में बंदी बनाए गए आठ धर्मांधों पर भारत के विरुद्ध युद्ध छेडने का आरोप !

ऐसे लोगों को मृत्युदंड मिले, इसलिए, उत्तर प्रदेश सरकार को प्रयास करना चाहिए  !

गैर-ब्राह्मणों की नियुक्ति करते समय, पूर्व पुजारियों को नहीं हटाया जाएगा ! – द्रमुक सरकार

आगम शास्त्र का अध्ययन करनेवाला ब्राह्मण बन जाता है । वर्णाें की अवधारणा को जानने के लिए गीता का अध्ययन करें । भगवान श्रीकृष्ण के अनुसार, वर्ण जाति के आधार पर नहीं, गुणों पर आधारित हैं ।