मथुरा में प्रशासन की ओर से जमाबंदी लागू !
श्रीकृष्ण जन्मभूमि पर स्थित ईदगाह मस्जिद में ६ दिसंबर को श्रीकृष्ण की मूर्ति स्थापन कर उस पर अभिषेक करने की हिन्दू महासभा की घोषणा का परिणाम !
श्रीकृष्ण जन्मभूमि पर स्थित ईदगाह मस्जिद में ६ दिसंबर को श्रीकृष्ण की मूर्ति स्थापन कर उस पर अभिषेक करने की हिन्दू महासभा की घोषणा का परिणाम !
मध्य रेल ने ट्वीट करते हुए इसकी जानकारी दी । कोरोना काल में प्लैटफॉर्म पर यात्रियों की भीड न हो; इसके लिए इस टिकट का मूल्य बढाने का निर्णय लिया गया था ।
यदि प्रशासन को आवेदन देने के पश्चात भी कार्यवाही नहीं की जाती हो, तो ऐसा प्रशासन किस काम का ? क्या सरकारी भूमि पर अवैध मजार बनने तक प्रशासन सो रहा था ?
ऐसा होने के लिए, क्या वाराणसी भारत में है अथवा पाकिस्तान में ? उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार को इस घटना की जांच कर दोषियों पर कठोर कार्यवाही करनी चाहिए, यह हिन्दुओं की मांग है ।
मदरसों और मस्जिदों की संख्या चौगुनी होने तक क्या पुलिस, सुरक्षा और प्रशासन सो रहे थे ? उनके विरुद्ध अभी भी कार्रवाई क्यों नहीं की जा रही है ?
न्यायालय के आदेश के पश्चात भी यदि ऐसे मंद गति से काम हो रहा है, तो कोई कल्पना कर सकता है कि सामान्य व्यक्तियों के काम का क्या होता होगा !
इस बोर्ड में करीब ७५,००० कर्मचारी काम कर रहे हैं और उन्हें इन प्रतिष्ठानों में केंद्रीय कर्मचारियों के रूप में बिना किसी को नौकरी से निकाले रखा जाएगा। यह प्रक्रिया अगले २ वर्षों में पूरी कर ली जाएगी।
सार्वजनिक स्थान पर कुछ भी करने से पहले प्रशासन की अनुमति लेना आवश्यक होता है । यदि प्रत्येक शुक्रवार को नमाज पढने की अनुमति ली गई होगी, तो हिन्दुओं द्वारा प्रत्येक दिन विविध देवताओं की पूजा और स्तोत्र पढने की अनुमति मांगी, तो इसे गलत नहीं कह सकते !
इंटरनेट के माध्यम से चलदूरभाष (मोबाईल) संच द्वारा कॉपी की जा रही है, यह ध्यान में आने पर इंटरनेट व्यवस्था बंद की गई । तब भी प्रशासन को कॉपी रोकना संभव नहीं हुआ ।
विश्व हिन्दू परिषद ने यहां के श्री दुर्गा पूजा मंडपों में, साथ ही अन्य धार्मिक कार्यक्रमों में अन्य धर्मियों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगाया है । इस विषय के पोस्टर संपूर्ण शहर में लगाए गए हैं ।