बल्लभगढ (हरियाणा) में सरकारी भूमि पर अवैध मजार हिन्दुत्वनिष्ठ कार्यकर्ताओं द्वारा तोड दी गई !

प्रशासन को कार्यवाही के लिए दिया था आवेदन !

यदि प्रशासन को आवेदन देने के पश्चात भी कार्यवाही नहीं की जाती हो, तो ऐसा प्रशासन किस काम का ? क्या सरकारी भूमि पर अवैध मजार बनने तक प्रशासन सो रहा था ? – संपादक

मौलवी अब्दुल गफार से प्राप्त हुई लैंगिक संबंधों से जुडी एवं महिलाओं का वशीकरण करने से संबंधित औषधियां

फरीदाबाद (हरियाणा) – फरीदाबाद के बल्लभगढ में बनी एक अवैध मजार (इस्लामी पीर अथवा फकीर की समाधि) हिन्दुत्वनिष्ठ कार्यकर्ताओं ने रात्रि में तोड दी । यहां उन्हें लैंगिक संबंधों से जुडी एवं महिलाओं का वशीकरण करने से संबंधित औषधियां प्राप्त हुई । यह मजार यहां के बल्लभगढ पंचायत भवन की भूमि पर निर्माण की गई थी । इस मजार का नाम ‘बाबा भूरेशाह की मजार’ रखा गया था । इससे यहां तनावपूर्ण स्थिति निर्माण हो गई । इस मजार के मौलवी अब्दुल गफार थे । वह हिन्दू महिलाओं को भ्रमित करने के लिए अपना नाम ‘बबली’ बताता था । तोडफोड के पश्चात, पुलिस द्वारा मौलवी को बंदी बना लिया गया है । हिन्दू संगठनों ने इसके पूर्व ही इस मजार के विरुद्ध कार्यवाही करने के लिए एक आवेदन दिया था । यहां मंदिर बनाने की भी मांग की गई थी ।