BSF Soldiers Attacked : बांग्लादेशी घुसपैठियों ने सीमांत पर एक भारतीय सैनिक को पीटा
उसे सीमांत पार खींचने का प्रयत्न किया
उसे सीमांत पार खींचने का प्रयत्न किया
तृणमूल कांग्रेस पर प्रतिबंध क्यों नहीं लगाया जाता ?, ऐसा प्रश्न अब देश द्वारा ही पूछा जाना चाहिए !
बंगाल में हर चुनाव में हिंसा होती है, यह कोई नई बात नहीं है। कुल मिलाकर बंगाल की स्थिति लोकतंत्र के लिए शर्म की बात हो गई है !
यह बंगाल की हिंसा रोक न सकनेवाली पुलिस एवं प्रशासन को लज्जाजनक !
साधु-संतों को सडक पर उतारना अनिवार्य करनेवाली ममता बनर्जी सरकार को एक दिन हिन्दू ही सडक पर उतारेंगे, यह जान लें !
इस प्रकार न्यायालय के निर्णय का अनादर करनेवाली मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भारतीय संविधान का अनादर कर रही हैं । इस विषय में देश के राजनैतिक दल चुप क्यों हैं ? अथवा उन्हें लग रहा है कि ममता बनर्जी जो कुछ कह रही हैं, वह उचित है ?
कोलकाता उच्च न्यायालय के न्यायमूर्ति चित्तरंजन दास २० मई २०२४ को सेवा से निवृत्त हुए । इस उपलक्ष्य में आयोजित उनके विदाई के समारोह में अपना मनोगत व्यक्त करते समय उन्होंने कहा कि, ‘मैं राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का सदस्य हूं ।
विदेश मंत्री डॉ. जयशंकर ने विदेशी प्रसारमाध्यमों को लगाई फटकार !
अधिवक्ताओं ने कलकत्ता उच्च न्यायालय से ममता बॅनर्जी के खिलाफ कार्रवाई करने का अनुरोध किया।
यह बंगाल की तृणमूल कांग्रेस के लिए लज्जास्पद ! लोकतंत्र का महत्वपूर्ण हिस्सा होने वाला चुनाव ही करने जैसी स्थिति नहीं, ऐसे उच्च न्यायालय को लगता है, इससे राज्य की कानून और व्यवस्था की स्थिति ध्यान में आती है ।