विदेश मंत्री डॉ. जयशंकर ने विदेशी प्रसारमाध्यमों को लगाई फटकार !
कोलकाता (बंगाल) – पश्चिमी देशों को लगता है कि वे पीछले २०० वर्षाें से विश्व चला रहे हैं । वे भारत को उनके इशारे पर नचाना चाहते हैं, ऐसे शब्दों में भारत के विदेश मंत्री डॉ. एस्. जयशंकर ने भारत में हो रहे चुनावों पर वक्तव्य देनेवाले विदेशी प्रसारमाध्यमों को फटकार लगाई । ‘जिन देशों को चुनाव के निर्णय के लिए न्यायालय में जाना पडता है, वही देश आज भारत को चुनावों के बारे में ज्ञान दे रहे हैं’, ऐसा भी जयशंकर ने कहा । डॉ. जयशंकर उनकी पुस्तक ‘व्हाय इंडिया मॅटर्स’ के बंगाली भाषा के संस्करण के प्रकाशन के कार्यक्रम में पत्रकारों के प्रश्नों का उत्तर दे रहे थे । इस समय उन्होंने अनेक राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय विषयों पर चर्चा की ।
जयशंकर ने आगे कहा कि,
१. पश्चिमी प्रसारमाध्यम भारत की सत्ता कुछ चुने हुए लोगों के ही हाथ में देना चाहते हैं और जब वैसा नहीं होता, तब वे अप्रसन्न हो जाते हैं । चुनावों के समाचारों में वे कुछ लोगों का सार्वजनिक रूप से समर्थन करते हैं ।
२. पश्चिमी प्रसारमाध्यम पीछले २०० वर्ष वर्चस्व का खेल खेल रहे हैं । वे अनुभवी और धूर्त हैं । वे भारत के संदर्भ में नकारात्मकता फैलाते हैं; क्योंकि भारत उन पर विश्वास करने के लिए तैयार नहीं है ।
पाकव्याप्त कश्मीर के लोग अपनी तुलना जम्मु-कश्मीर से करते हैं !
जयशंकर ने आगे कहा कि वर्तमान स्थिति में पाकव्याप्त कश्मीर में अशांति है । वहां के लोग उनकी आज की स्थिति की तुलना जम्मु-कश्मीर में रहनेवाले लोगों से कर रहे हैं । उन्हें दिख रहा है कि जम्मु-कश्मीर में लोगों का विकास हो रहा है और वे वहीं पर हैं, जहां वे कुछ दशकों पहले थे । उनके साथ बुरा व्यवहार किया जा रहा है और वे दास्यत्व का जीवन जी रहे है । पाकव्याप्त कश्मीर सदैव भारत का ही था और रहेगा ।
अमेरिका ने भी की थी, चाबहार परियोजना की प्रशंसा !
चाबहार बंदरगाह समझौते पर प्रतिबंध लगाने की अमेरिका की धमकी के संदर्भ में जयशंकर ने कहा कि इस परियोजना का लाभ पूरे क्षेत्र को होनेवाला है । यह लाभ बडी मात्रा में हो, इसपर लोगों को ध्यान देना चाहिए । इसके पहले अमेरिका ने ही चाबहार बंदरगाह परियोजना की कई बार प्रशंसा की है ।