हेलिकॉप्टर दुघर्टना में बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह वेंटिलेटर पर !

दुर्घटना में एकमात्र बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह ४५ प्रतिशत जले होने पर उनका यहां के वेलिंग्टन सैनिक अस्पताल में उपचार चल रहा है। यहां से उन्हे बंगलुरू के वायुसेना अस्पताल में ले जाने की संभावना है।

वर्ष २०२०-२१ में, विदेशों से गैर सरकारी संगठनों को निधि हस्तांतरण में भारी कमी ! – संसद में केंद्र सरकार की जानकारी

विदेशी योगदान (विनियमन) संशोधन अधिनियम २०२०, संसद द्वारा पारित किया गया था और सितंबर २०२० में, विदेशी योगदान (विनियमन) अधिनियम २०१० की धारा ७ में संशोधन किया गया था । यह विदेशी योगदान के हस्तांतरण को रोकता है ।”

अनुच्छेद ३७० को निरस्त करने के उपरांत, कश्मीर से एक भी कश्मीरी हिन्दू विस्थापित नहीं हुआ है ! – केंद्र सरकार

अनुच्छेद ३७० के निरस्त होने के उपरांत से अब तक कश्मीर में कितने कश्मीरी हिन्दुओं का पुनर्वसन किया गया है ? कितने लोगों ने वहां भूमि खरीदी है ? इसके आंकडे भी सरकार दे ! हिन्दुओं को ऐसा लगता है !

(कहते हैं) ‘मुगल शासकों ने देश में कई मंदिरों के साथ-साथ, कामाख्या मंदिर को भूमि दान की थी !’ – असम के विधायक अमीनुल इस्लाम का वक्तव्य

कट्टरपंथी इस तरह का झूठा इतिहास बताकर, सच्चे इतिहास को झुठलाने का प्रयास कर रहे हैं ! क्या इसे ’इतिहास जिहाद´कहना चाहिए ? – संपादक

भगवान कृष्ण का मंदिर मथुरा में नहीं, तो क्या लाहौर में बनाएंगे ? – उत्तर प्रदेश के दुग्ध (डेयरी) विकास मंत्री चौधरी लक्ष्मी नारायण

कुछ दिन पूर्व, उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य एवं अन्य मंत्रियों ने मथुरा की श्रीकृष्ण जन्मभूमि पर स्थित ईदगाह मस्जिद पर श्रीकृष्ण मंदिर निर्माण के संबंध में वक्तव्य दिए थे । इस संबंध में पत्रकारों द्वारा पूछे गए प्रश्न का उपरोक्त उत्तर चौधरी लक्ष्मी नारायण ने दिया ।

प्रतिबंध लगने की संभावना के कारण ‘पापुलर फ्रंट ऑफ इंडिया’ का अलग अलग नामों से छोटी संस्थाएं बनाकर कार्य जारी रखने का प्रयास !

दांवपेंच में चतुर जिहादी संगठन ! केंद्र सरकार ने यह ध्यान में रखकर जल्द से जल्द राष्ट्र विरोधी कार्यवाहियां करने वाले ऐसे संगठनों पर प्रतिबंध लगाना चाहिए !

जे.एन.यू. में बाबरी के समर्थन में कम्यूनिस्ट विचारधारा के विद्यार्थी संगठनों की ओर से आंदोलन

भारत में मुसलमान आक्रमकों ने हिन्दुओं के साढे चार लाख मंदिर गिराए, कश्मीर से साढे चार लाख हिन्दुओं को पलायन के लिए विवश किया, साथ ही सैकडों मंदिरों पर आक्रमण किए, इस विषय में कम्युनिस्ट संगठनों को आंदोलन करने चाहिएं, ऐसा नही लगता !

केरल में ६ दिसंबर को पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया के कार्यकर्ताओं ने कॉन्वेंट पाठशाला के छात्रों को, ‘मैं बाबरी हूं’ लिखे हुए बिल्ले (बॅजेस) वितरित किए !

यदि हिन्दुओं का मंदिर गिराकर, वहां निर्मित बाबरी ढांचे का हिन्दुओंद्वारा तोडा जाना धर्मांध नहीं भूलेंगे; तो हिन्दू ही यह क्यों भूलें कि, मुसलमान आक्रमकोंने देश में साढे चार लाख मंदिरों को तोडा था ?

४ निर्दोष मुसलमान आरोपियों को अभियुक्त बनाने और उन्हें प्रताडित करने के कारण, प्रत्येक को १ लाख रुपये की हानि भरपाई दी जाए !

ऐसे कितने हिन्दुओं को मानवाधिकार आयोग या संबंधित राज्य सरकारोंद्वारा नुकसान भरपाई दी गई है ? जबकि, कट्टरपंथियों को तुरंत नुकसान भरपाई दी जाती है ; क्या यह भेदभाव नहीं है ?