चलचित्र ‘द कश्मीर फाइल्स’ के प्रदर्शन की अनुमति देने की कोई आवश्यकता नहीं थी ! – शरद पवार

शरद पवार जैसे तथाकथित धर्मनिरपेक्षतावादियों द्वारा, गत ३२  वर्षों से कश्मीरी हिन्दुओं के विरुद्ध हुए अन्याय को दबाया गया है । जैसा कि अब स्पष्ट दिखाई दे रहा है, हिन्दू जागृत हो रहे हैं और शरद पवार जैसे नेताओं के राजनीतिक दलों को चुनाव में परिणाम भुगतने होंगे ; इसलिए, वे निराशा में इस प्रकार के वक्तव्य दे रहे हैं ! – संपादक

नई देहली – कश्मीरी पंडितों को कश्मीर घाटी छोडनी पडी, किन्तु  वहां मुसलमानों को भी लक्ष्य किया गया था । बीजेपी ‘द कश्मीर फाइल्स ‘ के माध्यम से, धार्मिक और सामाजिक वातावरण को दूषित कर रही है । इस चलचित्र के प्रदर्शन की अनुमति देने की भी आवश्यकता नहीं थी । पवार ने कहा कि, देश में सामाजिक समरसता बनाए रखने के प्रयत्न किए बिना, भाजपा नेता चलचित्र को कर मुक्त करके जनता को देखने के लिए प्रोत्साहित कर रहे हैं । “यदि मोदी सरकार वास्तव में कश्मीरी पंडितों की परवाह करती, तो केंद्र उनका पुनर्वास करता ; किन्तु, यह सरकार केवल मुसलमानों के विरोध में जनभावना को भडकाने का काम कर रही है ।” वे देहली में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अल्पसंख्यक वर्ग के एक समारोह को संबोधित रहे थे । उन्होंने भाजपा पर शालेय पाठ्यक्रम के माध्यम से, बच्चों के मन को दूषित करने का प्रयास करने का भी आरोप लगाया ।

पवार ने आगे कहा कि, “कश्मीरी पंडितों और मुसलमानों पर आक्रमणों के लिए, पाकिस्तान के आतंकवादी संगठन उत्तरदायी थे ।” इसके साथ ही उन्होंने कहा कि, “कश्मीर प्रकरण के लिए नेहरू को जवाबदेह ठहराना उचित नहीं है । जब कश्मीरी पंडित घाटी से बाहर आए, तो केंद्र में विश्वनाथ प्रताप सिंह की सरकार थी । इस सरकार को भाजपा का समर्थन प्राप्त था । मुफ्ती मोहम्मद सईद केंद्रीय गृह मंत्री थे, जगमोहन राज्यपाल थे । यह जगमोहन ही थे, जिन्होंने भाजपा के टिकट पर देहली से लोकसभा चुनाव लडा था ।”

मैं उनका पाखंड स्पष्ट रूप से देखने के बाद भी, उनका सम्मान करता हूं ! – विवेक अग्निहोत्री का प्रत्युत्तर

‘द कश्मीर फाइल्स’ के निर्देशक विवेक अग्निहोत्री ने ट्वीट कर शरद पवार की टिप्पणी का उत्तर  देते हुए कहा, “मैं कुछ दिन पूर्व एक विमान यात्रा के समय, शरद पवार और उनकी पत्नी से मिला था । उस समय, मैंने व मेरी पत्नी ने उनके चरण स्पर्श किए । तब वे दोनों  मुझे और मेरी पत्नी पल्लवी जोशी को शुभकामनाएं दे रहे थे । प्रसार माध्यमों के समक्ष उन्हें क्या हो गया, कह नहीं सकता । मैं उनके पाखंड के बाद भी उनका सम्मान करता हूं ।”

पवार ने यह भी कहा था कि, ”कश्मीरी पंडितों के नाम पर लाभ  उठाया जा रहा है ।” इस पर विवेक अग्निहोत्री ने कहा, “आदरणीय शरद पवार, भारत जैसे गरीब देश में आपको क्या लगता है कि, एक राजनीतिक नेता अपनी क्षमता से अधिकतम कितनी संपत्ति कमा सकता है ? भारत में इतनी गरीबी क्यों है? क्या आपसे बेहतर कोई जान सकता है ? ईश्वर आपको लंबी आयु और सुबुद्धि प्रदान करें ।”