यह मुसलमानों के बाप का स्थान (जगह) नहीं है; शांति से रहें, अन्यथा पाकिस्तान चले जाएं !

यदि यहां ‘जय पाकिस्तान’ अथवा ‘जय इस्लामिस्तान’ लिखा होता, तो कांग्रेस को वह चूक नहीं प्रतीत होता, यह ध्यान में लें !

भूतपूर्व केंद्रीय मंत्री शाहनवाज हुसेन पर बलात्कार का अपराध प्रविष्ट करें !

मंत्रियों के विरुद्ध अपराध प्रविष्ट करने के लिए जनता को न्यायालय जाने की आवश्यकता न पडे !

‘अंजुमन इंतजामिया मस्जिद कमिटी को ५०० रुपए का दंड

यहां के ज्ञानवापी तथा शृंगार गौरी दर्शन के विषय में जिला न्यायालय ने मुसलमानों की पक्षकार ‘अंजुमन इंतजामिया मस्जिद कमिटी’ को ५०० रुपए दंड सुनाया है ।

जम्मू की सीमा से सटे हुए गांव में पाक द्वारा ड्रोन से भेजा गया शस्त्र संग्रह नियंत्रण में !

पुलिस की राइफल लेकर भागनेवाले जिहादी आतंकवादी की मृत्यु !

ज्ञानवापी प्रकरण के पक्षकार डॉ. सोहनलाल आर्य को कन्हैयालाल की तरह शिरच्छेद करने की धमकी दी गई !

कुछ धर्मांध कट्टरपंथी जिहादी आतंकवादी संगठन मेरे पीछे लगे हुए हैं । उन्होंने मुझसे ज्ञानवापी प्रकरण वापस लेने को कहा है । परंतु मैं उनकी धमकी के आगे कदापि नहीं झुकूंगा ।

कर्नाटक के विद्यालय और महाविद्यालयों में श्री गणेचतुर्थी मनाने के लिए शिक्षामंत्री का आवाहन

मुसलमान संगठनों की ओर से टिप्पणी की जा रही है तथा उन्होंने ऐसा प्रश्न पूछा है कि, ‘मुसलमान छात्राओं को विद्यालय और महाविद्यालय परिसर में हिजाब पहनने पर प्रतिबंध लगाया जाता है; तो श्री गणेशचतुर्थी मनाने की अनुमति क्यों दी जाती है ?’

धर्मापुरी (तमिलनाडु) में सरकारी विद्यालय की मुख्याध्यापिका ने ईसाई होने का बताकर तिरंगा फहराने से मना किया !

देश के एक भी हिन्दू ने अभी तक कभी भी हिन्दू होने का बताकर तिरंगा फहराने से और उसे वंदन करने से मना किया है क्या ? परंतु अन्य धर्मियों के द्वारा अनेकों बार विरोध करने के साथ ही साथ इसका अनादर भी किया गया है और अभी भी जारी है ।

जबलपुर (मध्यप्रदेश) के प्रादेशिक परिवहन अधिकारी के यहां मारे गए छापे में मिली आय से ६५० गुना अधिक संपत्ति !

एक अधिकारी के यहां इतनी संपत्ति मिलती है, तो अन्य अधिकारियों के पास कितनी संपत्ति होगी और देश के सभी सरकारी अधिकारियों की जांच की, तो कितनी बेहिसाब संपत्ति मिलेगी, इसकी कल्पना भी नहीं की जा सकती !

‘नूपुर शर्मा को ईशनिंदा का दंड देकर ‘सुरक्षा जिहाद’ करें !’

जिहादी आतंकवादी संगठन, साथ ही उनके समर्थक मुसलमानों के विरुद्ध अब कडी कार्यवाही करने के लिए केंद्रशासन को सिद्ध होना आवश्यक !