‘ओ माय गोड २’ चलचित्र पर चलचित्र परिनिरीक्षण मंडल (सेंसर बोर्ड) द्वारा आपत्ति !

चलचित्र के कुछ संवाद एवं दृश्यों के कारण लोगों की भावनाएं आहत होने की संभावना !
पुनरावलोकन समिति की स्वीकृति के उपरांत ही चलचित्र प्रदर्शित होगा !

Exclusive: ‘भ्रष्टाचारी’ होने के कारण पकडे हुएं ९४ प्रतिशत आरोपी छूट जाते हैं, तो ८५ प्रतिशत पुन: सेवारत होते हैं । !

भ्रष्टाचार क्यों नहीं रुकता ? इससे ध्यान में आता है ! यदि किसी को लगता है कि भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो का छापा पडने पर किसी भ्रष्टाचारी को दंड मिला, तो इस समाचार से उसकी आंखें खुल जाएंगी ।

‘७२ हूरें’ के ट्रेलर (विज्ञापन) को प्रमाणपत्र न मिलने का समाचार, केवल अफवाह ! – केंद्रीय चलचित्र प्रमाणन बोर्ड 

बोर्डने अपने स्पष्टीकरणमें कहा, ‘यह समाचार केवल अफवाह है । ट्रेलरको प्रमाणपत्र देने की प्रक्रिया अभी जारी है ।

बिना अनुमति हाउसिंग कॉलोनी में बकरियों की हत्या करनेवालों पर कार्रवाई करें  !

पुलिसकर्मियों की मुगलाई ! क्या हिन्दुओं पर लाठी बरसानेवाली पुलिस, अन्य धर्मियों को कभी इस प्रकार पीटने का साहस करेगी ? ऐसी पुलिस पर सरकार को कार्रवाई करनी चाहिए, हिन्दुओं को यही अपेक्षित है !

५०० करोड रुपयों की बेहिसाब रकम के प्रकरण में ‘ईडी’ के पूर्व अधिकारी को ईडी द्वारा बंदी बनाया गया !

ऐसे भ्रष्टाचारियों को फांसी का ही दंड होने के लिए कानून बनाना आवश्यक है !

‘७२ हूरें’ चित्रपट का ‘ट्रेलर’ बिना अनुमति के प्रदर्शित !

इस्लाम की संकल्पना पर आधारित चित्रपट का विज्ञापन करने वाले वीडियो को (‘ट्रेलर को’) अनुमति न देने वाला केंद्रीय चित्रपट परिनिरीक्षण बोर्ड हिन्दुओं की धार्मिक भावनाओं को दुखाने वाले ‘आदिपुरुष’ चित्रपट को आसानी से अनुमति देता है, यह ध्यान मे लें !

किसी को भी भावनाएं आहत करने का अधिकार नहीं ! – केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर

‘आदिपुरुष’ चित्रपट के संवाद पलटने का आश्वासन लेखक और निर्देशक ने दिया है । केंद्रीय फिल्म सेंसर बोर्ड ने चित्रपट को प्रमाण पत्र दिया है ।

‘जय श्रीराम’ की घोषणा करनेवाले ६ विद्यार्थियों को पाठशाला के बाहर कर दिया !

हिन्दू बहुसंख्यक भारत में ‘जय श्रीराम’ की घोषणा करनेवाले ६ विद्यार्थियों पर कार्यवाही होना हिन्दुओं की आवाज दबाने का ही प्रयास है !
देशद्रोही घोषणा करनेवालों के विरुद्ध कभी एक शब्द भी नहीं कहा जाता, यह ध्यान में लें !

मुंबई में भ्रमणभाष खेल के माध्यम से हिन्दू बच्चों का धर्मांतरण हो रहा था !

ध्यान रहे ऐसी घटनाओं पर कांग्रेस, साम्यवादी पक्ष , समाजवादी पक्ष , बसपा, पुरो (अधो) गामी निधर्मीवादी अथवा इस्लामी संगठन मुंह नहीं खोलते !

(इनकी सुनिए) ‘वैज्ञानिक शोध पुराणों में ही लिख कर रखे हैं, ऐसा कहनेवालों से बात कैसे करेंगे ?’

जिस क्षेत्र का हमें ज्ञान नहीं है, उसके विषय में अपनी अज्ञानता का प्रदर्शन तो न करें, यह सरल एवं सीधा सामाजिक नियम भी न जाननेवाले हिन्दूद्वेषी स्वयं का ही उपहास उडा रहे हैं !