दिल्ली में प्रतिबंध होने पर भी बडी मात्रा में पटाखे जलाने से प्रचंड प्रदूषण !
ऐसे समय पुलिस क्या कर रही थी , अंधी और बहरी हो गयी थी क्या ? यदि पटाखों पर प्रतिबंध लगाने के बाद भी जलाए गए होंगे, तो इसे प्रतिबंध का दिखावा ही कहना पडेगा !
ऐसे समय पुलिस क्या कर रही थी , अंधी और बहरी हो गयी थी क्या ? यदि पटाखों पर प्रतिबंध लगाने के बाद भी जलाए गए होंगे, तो इसे प्रतिबंध का दिखावा ही कहना पडेगा !
मदिरापान करने की छूट मिलने की संभावना !
६० प्रतिशत पदाधिकारियों की मदिरापान करने की स्वीकृति
सर्वधर्मसमभाव और धर्मनिरपेक्षता यह केवल हिन्दुओं को ही पालन करनी होती है, तो अन्य लोग ने अपने धर्म का कट्टरता से पालन करते हैं, यही पिछले ७४ वर्षों से भारत में चल रहा है, यह अभी भी हिन्दुओं के ध्यान में नही आता, यह हिन्दुओं के लिए लज्जास्पद !
टीकाकरण के लिए ही नहीं, अपितु देश की हर समस्या और योजना के लिए, हिन्दू धर्मगुरुओं की सहायता लेने का यदि सरकार विचार करे, तो इससे अधिक लाभ होगा !
हिन्दुओं को ऐसा ही लगता है कि, संवेदनशील राज्यों, शहरों एवं अन्य स्थानों पर हिन्दुत्वनिष्ठ नेताओं, पदाधिकारियों आदि की रक्षा के लिए केंद्र सरकार द्वारा उन्हें विशेष सुरक्षा प्रदान करने का प्रयास करना चाहिए !
चुनाव जीतने के लिए प्रत्येक राजनीतिक पार्टी जनता को कुछ न कुछ मुफ्त देने की घोषणा करती हैं; लेकिन यह खर्च इन पार्टियों की जेब से नहीं, तो जनता द्वारा दिए कर से किया जाता है, यह जनता को कब समझ में आएगा ?
बारबार सीमा विवाद निर्माण होते रहने से पुराना नाम रखने का कोई अर्थ नहीं । इस कारण इस क्षेत्र का नाम बदलने का निर्णय लिया गया है, ऐसी जानकारी कर्नाटक में भाजपा के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने दी ।
कोलकाता उच्च न्यायालय का निर्णय उच्चतम न्यायालय की ओर से रहित !
इस दीपोत्सव का प्रारंभ २ नवंबर को धनत्रयोदशी से हुआ है ।
यदि ऎसे प्रकरण में केवल ४ महीने में न्याय मिलना संभव है, तो अन्य प्रकरणों में निर्णय आने में वर्षों क्यों लग जाते हैं? ऐसा प्रश्न लोगों के मन में उपस्थित होता है!