दबा हुआ सत्य उजागर होने से अभिव्यक्ति स्वतंत्रता वाले शोरगुल कर रहे हैं ! – प्रधानमंत्री
द कश्मीर फाइल्स’ सिनेमा के माध्यम से प्रधानमंत्री की हिन्दू विरोधियों पर कठोर टिप्पणी
द कश्मीर फाइल्स’ सिनेमा के माध्यम से प्रधानमंत्री की हिन्दू विरोधियों पर कठोर टिप्पणी
केंद्र सरकार ने कश्मीरी हिन्दू हेतु कुछ भी नहीं किया, ऐसा बोलनेवाली राष्ट्रवादी कांग्रेस की सुप्रिया सुळे इतना तो बताएं, कि इतने वर्षाें में उनकी पार्टी ने कश्मीरी हिन्दू हेतु आवाज क्यों नहीं उठाई ?’
मुख्य न्यायाधिश रितुराज अवस्थी जी ने निर्णय देते हुए कहा कि, “यह निर्णय दो बातों पर लिया है । प्रथम, हिजाब पहनना, यह संविधान की धारा २५ अन्तर्गत धार्मिक स्वतंत्रता के अधिकार की क्ष्रेत्र में आता है क्या ? और दूसरी यह कि, विद्यालयों का पोशाक अनिवार्य करना, यह उस अधिकार के विरोध में है क्या ?”
रूस – युक्रेन युद्ध के पार्श्वभूमि पर, देश की संरक्षण सज्जता और जागतिक परिस्थिति के अभिज्ञान हेतु, प्रधानमंत्री मोदी जी ने १३ मार्च को ‘सुरक्षा विषयक मन्त्री समिति’ (सीसीएस) की बैठक ली ।
मध्यप्रदेश सरकार की ओर से भी ‘द कश्मीर फाइल्स’ करमुक्त !
इस्लामिक स्टेट इस कट्टर जिहादी आतंकवादी संगठन में सहभागी हुए केरल के नजीब अल् हिन्दू इस २४ वर्षीय उच्चशिक्षित युवक की अफगानिस्तान में आत्मघाती आक्रमण करते समय मृत्यु हो गई ।
केवल पूछताछ करके न छोडें, अपितु सरकार संबंधित व्यक्तियों को हथकडी लगाकर उन्हें कठोर दंड देने का प्रयास करे !
जिहादी आतंकवादियों ने हजारों हिन्दुओं की निर्दयता से हत्या की, अनगिनत महिलाओं का बलात्कार किया, साढे चार लाख हिन्दुओं को कश्मीर से विस्थापित किया ; किन्तु, ध्यान रहे कि, कांग्रेस इसके बारे में एक शब्द भी नहीं बोलती !
इस घटना के बाद बुरखे का प्रयोग आतंकवादी कार्यवाहियों, गुंडागर्दी और अब लडकियों को छेडने के लिए किए जाने का उजागर होने के बाद अब तो देश में सार्वजनिक स्थानों पर बुरखे पर प्रतिबंध लगाना चाहिए !
वर्ष २०२१ में न्यायालय ने याचिका नकार दी थी !