(कहते हैं) ‘कश्मीर में ३९९ हिन्दू और १५,००० मुसलमान मारे गए !’

  • ‘द कश्मीर फाइल्स’ चलचित्र पर, केरल कांग्रेस का हिन्दू विरोधी ट्वीट !

  • विरोध के बाद हटाया गया ट्वीट !

  • जिहादी आतंकवादियों ने हजारों हिन्दुओं की निर्दयता से हत्या की, अनगिनत महिलाओं का बलात्कार किया, साढे चार लाख हिन्दुओं को कश्मीर से विस्थापित किया ; किन्तु, ध्यान रहे कि, कांग्रेस इसके बारे में एक शब्द भी नहीं बोलती ! उल्टा वह हिन्दुओं के घावों पर नमक छिडकते हुए कह रही है कि, ‘कश्मीर में कश्मीरी हिन्दुओं से अधिक मुसलमान मारे गए !’ इससे कांग्रेस की चरम हिन्दू-विरोधी और मुसलमान संरक्षक नीति उजागर होती है ! – संपादक

  • ऐसे कांग्रेस ने इतने वर्षों में कश्मीरी हिन्दुओं को न्याय नहीं दिया, इसमें कोई आश्चर्य नहीं है ? – संपादक

तिरुवनंतपुरम (केरल) – “कश्मीरी हिन्दुओं को लक्ष्य करनेवाले आतंकवादी थे । १९९० से २००७ तक, १७ वर्षों में ३९९ कश्मीरी हिन्दू और १५,००० मुसलमान आतंकवादी आक्रमणों में मारे गए”, ऐसा हिन्दू विरोधी कांग्रेस ने केरल में अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट से ट्वीट किया ।

इस ट्वीट में कांग्रेस ने आगे कहा कि,

१. उस समय, तत्कालीन राज्यपाल जगमोहन के निर्देश पर ही कश्मीरी हिन्दू, कश्मीर घाटी से भागे थे । जगमोहन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की विचारधारा के थे ।

२. भाजपा द्वारा समर्थित वी.पी. सींह सरकार के समय ही कश्मीरी हिन्दुओं के पलायन का प्रारंभ हुआ था । वी.पी. सिंह सरकार, दिसंबर १९८९ में सत्ता में आई । एक महीने के उपरांत ही कश्मीरी हिन्दुओं का पलायन प्रारंभ हो गया । भाजपा ने मात्र इसमें उस समय कुछ नहीं किया । वी.पी. सिंह सरकार को नवंबर १९९० तक भाजपा का समर्थन प्राप्त था ।

३. कांग्रेस के नेतृत्व वाली संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन सरकार ने जम्मू में कश्मीरी हिन्दुओं के लिए ५,२४२ घर बनवाए । साथ ही, वहां के हिन्दुओं के परिवारों को ५ लाख रुपए की आर्थिक सहायता प्रदान की गई । परिवारों के छात्रों को छात्रवृत्ति दी गई एवं किसानों के लिए कल्याणकारी योजनाएं लागू की गईं ।

वर्ष १९८८ में ही राजीव गांधी को आतंकवाद की जानकारी दी गई थी !

कांग्रेस के इस ट्वीट की सामाजिक माध्यमों पर आलोचना हुई तथा लोगों ने कांग्रेस पर सवालों की झडी लगा दी ।

१. ट्विटर पर ‘पल्लवीसीटी’ नाम के एक उपयोग कर्ता ने कांग्रेस से कहा, “आप कह रहे हैं कि, १९९० तक कश्मीर में सब ठीक था । क्या आप इस बात को नकार सकते हैं कि, राज्यपाल जगमोहन ने १९८८ के प्रारंभ में ही तत्कालीन प्रधानमंत्री राजीव गांधी को सूचित किया था, कि कश्मीर में आतंकवादी अपना संगठन बना रहे है ?”

२. ‘विजय’ नाम के एक उपयोग कर्ता ने कहा कि, राज्यपाल जगमोहन ने तत्कालीन केंद्र सरकार को पत्र लिखकर सूचित किया था कि, ‘आपके और आपके आसपास के लोगों के पास इन (आतंकवादी संगठनों) संकेतों पर ध्यान देने का समय, इच्छा और दूरदर्शिता नहीं है ।’ जगमोहन को सरकार द्वारा, हिन्दुओं की ओर सरकार का ध्यान न देना, अपराध लगता था ।

३. ‘सुमित भसीन’ नाम के उपयोग कर्ता ने कांग्रेस के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह की अलगाववादी नेता यासीन मलिक के साथ ली गई छवि प्रकाशित करने की मांग की ।

४. ‘कुमार ४०१८’ नाम के उपयोग कर्ता के अनुसार, ‘ऐसी घटनाएं एक दिन में नहीं होती । राजीव गांधी दिसंबर १९८९ तक प्रधानमंत्री थे । कश्मीर में १९८६ से ही दंगे हो रहे थे । तब राजीव गांधी की सरकार थी ।’ उन्होंने कांग्रेस को इसका स्मरण कराया ।

इस विरोध के बाद, केरल कांग्रेस ने अपना हिन्दू विरोधी ट्वीट डिलीट कर दिया ।