पाकिस्तान में मुसलमानों ने हिन्दू लडकी का अपहरण कर किया सामूहिक बलात्कार
पुलिस ने अपराध प्रविष्ट करना नकारा
पुलिस ने अपराध प्रविष्ट करना नकारा
सांसद हसन ने आगे कहा कि, बलात्कार की ऐसी घटनाएं रोकने के लिए शरीयत कानून के अनुसार दंड देने से एक प्रकार का भय निर्माण होगा एवं इस कारण बलात्कार की घटनाएं रुकेंगी ।
पाकिस्तान ऐसा कानून बना सकता है, तो भारत क्यों नहीं बन सकता ?
शरीयत के अनुसार ऐसे लोगों को भरे चौक पर बांधकर पत्थरों से मारने का दंड सुनाने की मांग की जाए, तो कोई आश्चर्य नहीं !
ऐसे अपराधियों को फांसी की सजा देने के लिए सरकार को प्रयास करने चाहिए !
अरब देशों में जिस प्रकार अपराधी को शरीयत के अनुसार सार्वजनिक स्थानों पर पत्थर मारकर मृत्युदंड दिया जाता है, यदि कोई ऐसे वासनांधों को दंडित करने की ऐसी मांग करे, तो इसमें कोई आश्चर्य नहीं लगना चाहिए !
इससे ध्यान में आता है ऐसे विकृत लोग अन्य धर्मियों की बहू-बेटियों के साथ कैसा बर्ताव करते होंगे !
गुजरात उच्च न्यायालय ने एक घटना की सुनवाई करते समय स्कंद पुराण का संदर्भ दिया । अल्पायु लडकी का बलात्कार होने के पश्चात वह गर्भवती हो गई । उसके माता-पिता उसका गर्भपात करवाना चाहते थे ।
उच्च न्यायालय के न्यायमूर्ति सिद्धार्थ ने कहा कि इस देश में ‘लिव इन रिलेशनशिप’ विवाह संस्था कालबाह्य होने के उपरांत ही सामान्य मानी जाएगी । ऐसा अनेक विकसित देशों में हुआ है ।
भारत के अल्पसंख्यकों पर तथाकथित अत्याचार पर हंगामा मचाकर, भारत के हिन्दुओं को तालिबानी कहनेवाला आंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग अब मौन क्यों ?