भारतीय मुद्रा पर नेताजी सुभाषचंद्र बोस का छायाचित्र प्रकाशित करें !

वास्तव में ऐसी मांग करने की आवश्यकता नहीं होनी चाहिए ! सरकार को स्वयं आगे आकर इस विषय में कृति करना आवश्यक है !

तृणमूल कांग्रेस के नेता कीर्ति आजाद ने झूठा वक्तव्य ट्वीट कर गोलवलकर (गुरुजी) का किया अपमान

संघ और पू. गोलवरकर गुरुजी के विषय में तनिक भी ज्ञान न होते हुए स्वयं का अज्ञान दिखानेवाले तृणमूल कांग्रेस के नेता !

बंगाल में भाजपा की रैली पर देसी बमों से आक्रमण : विस्फोट में २ कार्यकर्ता घायल

तृणमूल काँग्रेस के राज्य में बंगाल ‘बम बनाने का कारखाना’ बना है । यहां की कानून और व्यवस्था तार-तार होने से वहां राष्ट्रपति शासन लागू करना अपरिहार्य !

एक ही समय पर आयकर विभाग की ओर से १०० स्थानों पर छापेमारी !

आयकर विभाग ने ७ सितंबर को देश के १०० स्थानों पर छापेमारी की । ये छापे मद्य घोटाला, दोपहर का भोजन, राजनीतिक निधि तथा कर चोरी से संबंधित हैं ।

तृणमूल काँग्रेस के नेता को पशु् तस्करी के प्रकरण में बनाया बंदी !

पशु तस्करी अर्थात गोवंश की तस्करी होगी, इसमें संदेह नहीं । गोवंश की तस्करी करनेवाले नेता जिस दल में हैं वह तृणमूल काँग्रेस हिन्दूद्रोही ही है !

हुगली (बंगाल) में तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं द्वारा भाजपा की फेरी पर आक्रमण

बंगाल में तृणमूल कांग्रेस की लोकतंत्र के नाम पर हुकूमशाही चल रही है, क्या यह भारत के लोकतंत्रवादियाें को दिखाई नहीं देता ? केंद्र सरकार को बंगाल में तत्काल राष्ट्रपति शासन लागू करना आवश्यक है !

बंगाल के उद्योगमंत्री पार्थ चटर्जी को बंदी बनाया गया

तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख और राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी अब इस विषय पर चुप क्यों ? उन्हें इस घोटाले की जानकारी नहीं थी, क्या वह ऐसा कह सकती हैं ? इस प्रकरण में उन्हे त्यागपत्र देना अपेक्षित है !

बंगाल की सत्ताधारी पार्टी को हिन्दू धर्म का अनादर रोकना चाहिए ! – बंगाल साधु समाज द्वारा चेतावनी

साधु-संतों को ऐसी मांग करनी पड रही है, यह ममता बनर्जी सरकार के लिए लज्जाजनक ! हिन्दुओं ने मांग की है कि केंद्र सरकार ममता बनर्जी सरकार को निलंबित करे, क्योंकि वह हिन्दू धर्म एवं राष्ट्र पर हो रहे प्रहार रोकने में असमर्थ है !

लोकसभा सचिवालय द्वारा ‘गैर-संसदीय’ शब्दों की सूची घोषित !

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्रशासन का वर्षाकालीन अधिवेशन १८ जुलाई से आरंभ हो रहा है । संसद के वर्षाकालीन अधिवेशन के पूर्व लोकसभा सचिवालय द्वारा ‘गैर-संसदीय’ शब्दों की सूची प्रसारित की गई है ।

‘श्रीलंका के राष्ट्रपति का जो हाल हो रहा है, वैसा ही प्रधानमंत्री मोदी का भी होगा !’

‘बंगाल में मुख्यमंत्री ममता बैनर्जी जो कुछ कर रही है, इससे एक दिन जनता का उद्रेक होकर उन्हें ही पलायन करना पडेगा’, ऐसा कोई कहे तो आश्चर्य नहीं !