कोलकाता – बंगाल की सत्ताधारी पार्टी को सीमा में रहकर हिन्दू धर्म का अनादर रोकना चाहिए, बंगाल के साधु समाज ने ऐसी चेतावनी दी । ‘भारत सेवाश्रम संघ’ के स्वामी प्रदीप्तानंदजी (कार्तिक महाराज) के नेतृत्व में राज्य के ३७ से अधिक धार्मिक संगठनों के प्रतिनिधियों द्वारा राज्यपाल जगदीप धनखड से भेंट कर सत्ताधारी पार्टी द्वारा हो रहे सनातन धर्म के अनादर के संदर्भ में शिकायत की है । इस प्रतिनिधिमंडल में अनेक साधु सहभागी हुए थे । इस समय राज्य के विरोधी पक्ष नेता सुवेंदु अधिकारीजी उपस्थित थे । राज्यपाल को सौंपे गए निवेदन में उल्लेख किया है कि तृणमूल कांग्रेस की सांसद महुआ मोईत्रा ने श्री कालीमाता के विरुद्ध विडंबनायुक्त वक्तव्य दिए हैं एवं हिन्दुओं के देवी-देवताओं के विषय में असभ्य वक्तव्य और जिहादियों द्वारा हिन्दुओं के मंदिर तथा पूजाविधि में अडचनें निर्माण किए जाने के प्रयोगों में राज्य में निरंतर वृद्धि हो रही है । साधु समाज ने मांग की है कि हिन्दुओं के देवी-देवताओं का अनादर करनेवालों को तत्काल बंदी बनाया जाए ।
Yesterday Sadhu & Purohit Samaj submitted memorandum to His Excellency Hon. Governor of WestBengal at the Governor House,KOLKATA.
We Petitioned Against Negetive Remarks & Gestures on Maa Kali by Mahua.Blessed to be a part of this movement
Landmark Initiative By Sri @SuvenduWB pic.twitter.com/6fx7goalqB
— Devdutta Maji (President of SinghaBahini). (@MajiDevDutta) July 13, 2022
राज्यपाल धनखड ने साधुओं के प्रतिनिधिमंडल को कानून के अनुसार कार्रवाई करने हेतु आश्वस्त किया है । श्री कालीमाता एवं भगवान शिव के अनादर करने के संदर्भ में महुआ मोईत्रा और मणिमेकलई के विरुद्ध पुलिस में याचिका प्रविष्ट की गई है ।
संपादकीय भूमिकासाधु-संतों को ऐसी मांग करनी पड रही है, यह ममता बनर्जी सरकार के लिए लज्जाजनक ! हिन्दुओं ने मांग की है कि केंद्र सरकार ममता बनर्जी सरकार को निलंबित करे, क्योंकि वह हिन्दू धर्म एवं राष्ट्र पर हो रहे प्रहार रोकने में असमर्थ है ! |