वीर सावरकर और अहिल्यादेवी होळकर की जयंती के उपलक्ष्य में हिन्दू जनजागृति समिति द्वारा कार्यक्रम का आयोजन

वीर सावरकर एवं अहिल्यादेवी होळकर की जयंती के उपलक्ष्य में ‘ऑनलाइन’ कार्यक्रम में अनुराधा भूषण ने वीर सावरकर के विषय में और चित्रा प्रकाश ने पुण्यश्लोक अहिल्यादेवी होळकर के विषय में जानकारी दी ।

(कहते हैं) ‘स्वतंत्रतावीर सावरकर बम प्रेमी !’ : मध्य प्रदेश के कांग्रेस के प्रवक्ता के.के. मिश्रा का सावरकर द्वेष !

जिन्हें क्रांतिकारियों की सशस्त्र क्रांति का इतिहास ही ज्ञात नहीं है, उनसे इससे अधिक और क्या अपेक्षा की जा सकती है ? विगत ७ दशकों से भी अधिक समय से स्वतंत्रतावीर सावरकर का द्वेष करनेवाली कांग्रेस को अब हिन्दुओं को मतदान के माध्यम से उसका स्तर दिखा देना चाहिए !

केंद्रीय सूचना आयुक्त श्री. उदय माहूरकर एवं सहलेखक श्री. चिरायू पंडित लिखित ‘वीर सावरकर – दी मैन हू कुड हैव प्रिवेंटेड पार्टिशन’ पुस्तक का गोवा में लोकार्पण

किसी भी राष्ट्र का सामर्थ्य एवं सुरक्षा उस राष्ट्र की सैन्यशक्ति सुनिश्चित करती है । वीर सावरकर ने भारतीय युवकों को सेना में भरती होने का आवाहन किया था । वीर सावरकर ने वर्ष १९५२ में कहा था कि भारत को परमाणुबम बनाना चाहिए । वीर सावरकर की राष्ट्रीय सुरक्षा के प्रति की दूरदृष्टि अतुलनीय थी ।

हिन्दुओं को जागृत करने के लिए उन्हें गुरुपरंपरा के साथ जोडना आवश्यक ! – सद्गुरु डॉ. चारुदत्त पिंगळे

जिसकी प्रज्ञा जागृत रहती है, वह है जागृत हिन्दू ! हिन्दुओं को जागृत करने के लिए पहले उन्हें गुरुपरंपरा के साथ जोडना चाहिए । हिन्दुओं को साधना कर स्वयं में विद्यमान दैवीय एवं आध्यात्मिक शक्ति को जागृत करने की आवश्यकता है ।

हिन्दुओ, ‘लव जिहाद’ का विरोध करने के साथ ही हिन्दू युवतियों का धर्मांधों के साथ विवाह करने पर प्रतिबंध लगानेवाला कानून बनाने की मांग करें !

इजरायल में ज्यू वंशियों की सत्ता प्रस्थापित होते ही ज्यू राज्यकर्ताओं ने वहां की युवतियों द्वारा धर्मांध अरबों के साथ विवाह करने पर प्रतिबंध लगानेवाला कानून बनाया था, यह ध्यान में रखिए !

सावरकर ने म. गांधी के कहने पर दया की याचिका प्रविष्ट की थी ! – रक्षामंत्री राजनाथ सिंह

वे ज्येष्ठ पत्रकार उदय माहूरकर और चिरायु पंडित के ‘वीर सावरकर : द मैन हू कुड हैव प्रीवेंटेड पार्टिशन’ (वीर सावरकर : ऐसा व्यक्ति जो भारत का विभाजन रोक सकता था) इस पुस्तक के प्रकाशन समारोह में बोल रहे थे । संघ प्रमुख मोहन भागवत भी इस कार्यक्रम में उपस्थित थे ।

स्वतंत्रता दिवस के उपलक्ष में निकाले गए ‘स्वतंत्रता रथ’ पर स्वातंत्र्यवीर सावरकर का चित्र लगाए जाने पर एस.डी.पी.आई. पार्टी का विरोध !

राष्ट्र प्रेमी हिन्दुओं को राष्ट्र विद्रोही पार्टी पर प्रतिबंध लगाए जाने की मांग करनी चाहिए !