जिन्हें क्रांतिकारियों की सशस्त्र क्रांति का इतिहास ही ज्ञात नहीं है, उनसे इससे अधिक और क्या अपेक्षा की जा सकती है ? विगत ७ दशकों से भी अधिक समय से स्वतंत्रतावीर सावरकर का द्वेष करनेवाली कांग्रेस को अब हिन्दुओं को मतदान के माध्यम से उसका स्तर दिखा देना चाहिए ! – संपादक
भोपाल : मध्य प्रदेश के कांग्रेस के प्रवक्ता के.के. मिश्रा ने स्वतंत्रतावीर सावरकर को बम प्रेमी कहा है । मध्य प्रदेश में २६ फरवरी को स्वतंत्रतावीर सावरकर के स्मृति दिवस के उपलक्ष्य में, मिश्रा ने ट्वीट कर स्वतंत्रतावीर सावरकर की पुस्तक में निहित एक पन्ना प्रकाशित किया है । मिश्रा ने यह दावा किया है कि, “स्वतंत्रतावीर सावरकर ने अपनी पुस्तक ‘समग्र सावरकर’ भाग १ और पन्ना क्र. ३३६३ में यह लिखा है कि, ‘रूस जैसे देशों में आतंकी सस्ते, सरल और प्रभावशाली हाथ बम, इत्यादि शस्त्रों का उपयोग करने लगे हैं । भारत में अभी तक लोगों में इस कला का सहजता से प्रचार नहीं हुआ है ; इसलिए, इस ‘बम शास्त्र’ सीखने की हमारी इच्छा है । (‘सशस्त्र क्रांति तो स्वतंत्रता संग्राम का इतिहास है । समाज को शस्त्र-सज्ज बनाकर ब्रिटिशों के विरुद्ध लडने के लिए एकत्रित किया गया, तो उससे शीघ्र स्वतंत्रता मिलेगी”, ऐसा स्वतंत्रतावीर सावरकर का मानना था । ऐसा होते हुए, स्वतंत्रतावीर सावरकर को ‘बम प्रेमी’ कहना कांग्रेस वालों का बौद्धिक दिवालियापन है ! – संपादक)