हिन्दुओं का दमन रोकने के लिए हिन्दू राष्ट्र ही चाहिए !

संसार के अन्य किसी भी देश में बहुसंख्यकों के अधिकारों को ठुकराया नहीं जाता; परंतु भारत की ‘सेक्युलर’ राज्यप्रणाली के कारण हिन्दूबहुल भारत में हिन्दुओं की उपेक्षा हो रही है । वह न हो इसलिए भारत में हिन्दू राष्ट्र की स्थापना होना आवश्यक है ।

असम के अनेक जिलों में हिन्दू ही अल्पसंख्यक बन गए हैं ! – मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा

जिन जिलों में ‘हिन्दू बहुसंख्यक’ नहीं हैं, न्यूनतम उन जिलों में तो हिन्दुओं को ‘अल्पसंख्यक’ घोषित किया जाए । असम में ऐसे अनेक जिले हैं, जहां हिन्दू अल्पसंख्यक हैं । उनमें भी कुछ जिलों में हिन्दुओं की संख्या ५ सहस्र से भी अल्प है और वहां मुसलमान बहुसंख्यक हैं ।

देश के ७७५ में से १०२ जिलों में हिन्दू अल्पसंख्यक !

हिन्दुओं को जिलावार अल्पसंख्यक घोषित कर दिया जाए, तो उन्हें अनेक योजनाओं का लाभ मिल सकता है !

बांगलादेश में मुहम्मद पैगंबर का कथित अपमान करने की घटना में हिन्दू शिक्षक को बनाया बंदी !

भारत में हिन्दूद्वेषी चित्रकार म.फि.हुसेन द्वारा हिन्दू देवी-देवताओं की अश्लील तस्वीरें बनाने के उपरांत भी कभी बंदी नहीं बनाया गया ।

पाकिस्तान में, ईशनिंदा के आरोप में श्रीलंकाई नागरिक को जीवित जलाया गया !

पाकिस्तान में कानून एवं व्यवस्था का अस्तित्व ही नहीं है, यही यह घटना स्पष्ट करती है ! क्या भारत में तथाकथित अभिव्यक्ति की स्वतंत्रतावाले, श्रीलंकाई नागरिक के पक्ष में खडे होंगे ? क्या वे न्यूनतम धर्मांधों के इस कृत्य का विरोध करेंगे ?

(कहते हैं) ‘हिन्दुओं ने स्वयं ही उनके मंदिरों और घरों में आग लगाई !’

भारत के हिन्दूद्वेषी प्रसार माध्यम और बांग्लादेश के प्रसार माध्यम एक ही माला के मणि हैं, इसे जान लीजिए !

देश में हिन्दू अल्पसंख्यक बन गए, तो भारत का अफगानिस्तान बन जाएगा ! – भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव सी.टी. रवी

देश में हिन्दुओं के अल्पसंख्यक बनने से पूर्व भाजपा सरकार को भारत को हिन्दू राष्ट्र घोषित कर देश में समान नागरिकता कानून, जनसंख्या नियंत्रण कानून, धर्मांतरणविरोधी कानून आदि राष्ट्रहित के कानून बनाने चाहिएं, ऐसा ही हिन्दुओं को लगता है !

मैं यदि तालिबानियों से मारा भी गया, तो भी चलेगा, परंतु ईश्वर को नहीं छोडूंगा ! – हिन्दू पुजारी का निर्धार

इससे हिन्दू पुजारी का उच्च कोटि का धर्माभिमान ध्यान में आता है ! ‘धर्माे रक्षति रक्षितः ।’, यह ईश्वर का वचन है । इसपर अटल श्रद्धा रखनेवाला व्यक्ति ही इस प्रकार की कृति कर सकता है !

कुछ दशकों से भारत में रहने वाले पाक और अफगानिस्तान के सिख और हिन्दू परिवार भारतीय नागरिकता की प्रतीक्षा में !

भारत में बांगलादेशी, रोहिंग्या और पाकिस्तानी घुसपैठियों को आधार कार्ड, पैन कार्ड आसानी से उपलब्ध होता है; मात्र इस्लामी राष्ट्रों से भारत में आए सिख और हिन्दुओं को नागरिकता कानून में सुधार होने पर भी नागरिकता नहीं मिलती है, यह सरकारी तंत्र के लिए लज्जास्पद !

(कहते हैं) ‘तालिबान ने हमें शांति और सुरक्षा का भरोसा दिया है !’ – सिख समुदाय

तालिबान के लिए सिख यह ‘काफिर’ हैं । इस कारण उनके आश्वासन पर विश्वास करना आत्मघाती होगा !