अब पाकिस्तान में गैर मुसलमान को करनी होगी कुरान की अध्ययन !
क्या भारत में कोई भी सरकार सभी धर्मावलंबियों के लिए हिन्दू शास्त्रों का अध्ययन करने के लिए कानून बनाने का साहस कर सकती है ?
क्या भारत में कोई भी सरकार सभी धर्मावलंबियों के लिए हिन्दू शास्त्रों का अध्ययन करने के लिए कानून बनाने का साहस कर सकती है ?
केवल चिंता व्यक्त करने से कोई उपयोग नहीं । संयुक्त राष्ट्र संघ को इस पर कडे से कडे कदम उठाने की आवश्यकता है, अन्यथा यह स्पष्ट हो जाएगा कि ‘संयुक्त राष्ट्र´ केवल बिजूका (भुलावा) है !
केंद्र सरकार ने न्यायालय को बताया कि, प्राप्त जानकारी में अनेक राज्यों ने ‘अल्पसंख्यकों का दर्जा किसे दें’, इसका अधिकार उनके पास रखने के लिए बताया है । उत्तराखंड राज्य ने कहा है, ‘राज्य में जनसंख्या के आधार पर धार्मिक अल्पसंख्यक घोषित किए जाने चाहिए ।’
अन्य धर्मियों के धार्मिक स्थल बलपूर्वक हथिया कर उसकी मस्जिद बनाने का मुसलमानों का इतिहास होने के कारण वर्तमान में भी वे वैसा ही कर रहे हैं । यह मानसिकता हमेशा के लिए नष्ट करने के लिए संपूर्ण विश्व को इसके विरोध में खडे होने की आवश्यकता है !
पाकिस्तानी हिंदुओं पर हमेशा ‘उनकी बेटियां भाग जाती हैं’, ऐसा आरोप लगाया जाता है । इसलिए यह वीडियो देखें और तय करें कि, यह वास्तव में है या ‘ जबरदस्ती उनका अपमान किया जा रहा है !’, ऐसा ट्वीट नारायण दास भील ने किया ।
पाकिस्तान में अल्पसंख्यक हिन्दुओं की दुर्दशा !
भारत के ६ राज्य तथा ३ केंद्रशासित प्रदेश में हिन्दू अल्पसंख्यक होने की मांग करने के संदर्भ में सर्वाेच्च न्यायालय का प्रकरण
अल्पसंख्यकों को नागरिकता के लिए ऑनलाइन अरजी करनी होगी । इसके उपरांत जिला स्तर पर जिलाधिकारियों द्वारा अरजी की जांच की जाएगी । जांच की प्रक्रिया पूर्ण होने के उपरांत जिनकी अरजी योग्य पाई जाएगी, उन्हें जिलाधिकारी पंजीकरण अथवा नागरिकता प्रमाणपत्र देंगे ।
भारत में भी जहां हिन्दू अल्पसंख्यक हैं, वहां भी यही स्थिति है । अब ऐसे स्थानों के हिन्दुओं ने भारत के प्रधानमंत्री को इस प्रकार पत्र लिखा, तो उसमें आश्चर्य कैसा !
पाकिस्तान के सिन्ध प्रांत में लरकाना शहर में ९ अक्तुबर के दिन एक मौलाना ने अजय कुमार नामक एक हिन्दु व्यक्ती का बलपूर्वक धर्मांतरण किया गया है।