भारत के उपरांत अब मलेशिया, फिलिपींस, ताईवान एवं नेपाल ने किया चीन का विरोध !
चीन द्वारा अपने मानचित्र में अरुणाचल प्रदेश, दक्षिण चीनी समुद्र आदि का समावेश करने का प्रकरण !
चीन द्वारा अपने मानचित्र में अरुणाचल प्रदेश, दक्षिण चीनी समुद्र आदि का समावेश करने का प्रकरण !
विदेशमंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने नए मानचित्र (नक्शे) पर चीन को सुनाया !
अक्साई चीन भारत का भाग है । चीन ने उसे अपने नियंत्रण में कर लिया है । अक्साई चीन को भारत में पुनः समाहित करने के लिए भारत को प्रयास करने चाहिए !
ब्रिक्स परिषद में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं शी जिनपिंग में भेट
प्रधानमंत्री मोदी का जिनपिंग का प्रतिपादन
एस. जयशंकर ने चीन के साथ बिगड रहे संबंधों पर भी भाष्य किया है । उन्होंने कहा, ‘भारत-चीन सीमावाद के संदर्भ में चर्चा रुकी नहीं है । इस सूत्र पर शीघ्र ही बैठक होगी ।
श्रीनगर में २२ से २४ की कालावधि में ‘जी २०’ के पर्यटन कार्य समिति की तीसरी बैठक आयोजित की गई है । चीन ने इस बैठक में सम्मिलित न होने का निर्णय लिया है ।
चीन के साथ द्विपक्षीय संबंधों में सीमा विवाद को योग्य स्थान देना चाहिए और सीमा पर स्थिति सामान्य करने के लिए जल्द से जल्द एकत्र आकर काम किया जाना चाहिए, ऐसा चीन के विदेशमंत्री किन गांग ने भारत के विदेशमंत्री डॉ. एस. जयशंकर के साथ बात करते हुए कहा ।
अमेरिका के सांसद जेफ मर्कले तथा बिल हागेर्टी ने अमेरिका के संसद में एक विधेयक प्रस्तुत किया है, जिसमें अरुणाचल प्रदेश भारत का अविभाज्य अंग होने की बात कही है । चीन गत अनेक वर्षों से अरुणाचल प्रदेश पर दावा कर रहा है । इस पृष्ठभूमि पर यह विधेयक अधिक महत्त्वपूर्ण है ।
‘९ दिसंबर को भारत एवं चीन के सैनिकों के मध्य संघर्ष हुआ । ३०० से अधिक संख्यावाले चीनी सैनिक रात ३ बजे भारतीय सीमा में घुसपैठ करने का प्रयास कर रहे थे । सामाजिक माध्यमों में आपको इसके संदर्भ में अनेक वीडियोज देखने को मिले होंगे ।
चीनी सैनिक प्रतिवर्ष घुसपैठ करने का प्रयास करते हैं और प्रत्येक समय उन्हें शर्मिंदा होकर मार खाना पडता है, ऐसी जानकारी पूर्व सेना प्रमुख मनोज मुकुंद नरवणे ने ‘ए.एन.आई.’ इस वृत्तसंस्था को दिए साक्षात्कार में दी ।