सीमा विवाद जल्द से जल्द हल करने के लिए एकत्रित काम करना चाहिए ! – चीन

चीन के साथ द्विपक्षीय संबंधों में सीमा विवाद को योग्य स्थान देना चाहिए और सीमा पर स्थिति सामान्य करने के लिए जल्द से जल्द एकत्र आकर काम किया जाना चाहिए, ऐसा चीन के विदेशमंत्री किन गांग ने भारत के विदेशमंत्री डॉ. एस. जयशंकर के साथ बात करते हुए कहा ।

अरुणाचल प्रदेश भारत का अविभाज्य भाग !

अमेरिका के सांसद जेफ मर्कले तथा बिल हागेर्टी ने अमेरिका के संसद में एक विधेयक प्रस्तुत किया है, जिसमें अरुणाचल प्रदेश भारत का अविभाज्य अंग होने की बात कही है । चीन गत अनेक वर्षों से अरुणाचल प्रदेश पर दावा कर रहा है । इस पृष्ठभूमि पर यह विधेयक अधिक महत्त्वपूर्ण है ।

भारत-चीन सैनिकी संघर्ष एवं भारतीय सैनिकों का शौर्य

‘९ दिसंबर को भारत एवं चीन के सैनिकों के मध्य संघर्ष हुआ । ३०० से अधिक संख्यावाले चीनी सैनिक रात ३ बजे भारतीय सीमा में घुसपैठ करने का प्रयास कर रहे थे । सामाजिक माध्यमों में आपको इसके संदर्भ में अनेक वीडियोज देखने को मिले होंगे ।

चीनी सैनिक प्रत्येक वर्ष सीमा में घुसपैठ करने का प्रयास करते हैं और मार खाकर जाते हैं ! – मनोज नरवणे, पूर्व सेना प्रमुख

चीनी सैनिक प्रतिवर्ष घुसपैठ करने का प्रयास करते हैं और प्रत्येक समय उन्हें शर्मिंदा होकर मार खाना पडता है, ऐसी जानकारी पूर्व सेना प्रमुख मनोज मुकुंद नरवणे ने ‘ए.एन.आई.’ इस वृत्तसंस्था को दिए साक्षात्कार में दी ।

भारतीय जवानों ने चीनी सैनिकों को मार भगाया !

चीन ऐसे आधिकारिक प्रतिपादन करता ही रहेगा । जब तक उसे उचित पाठ पढ़ाया नहीं जाता तब तक उसके उपद्रव नहीं रुकेंगे । भारत को उसके लिए सघन प्रयास करना चाहिए !

चीन ने गलवान घाटी में भारत-चीन के बीच हुए संघर्ष को वीडियो में सम्मिलित किया

जून २०२० में गलवान घाटी में हुए संघर्ष में भारतीय सैनिकों ने अनेक चीनी सैनिकों को जान से मारने का अतुल्य पराक्रम दिखाया था । चीन ने अपनी इस पराजय को कभी भी स्वीकार नहीं किया होगा, इसलिए भारत को इस उपलक्ष्य में चीन की दुष्टता उजागर करना आवश्यक !

चीन, जापान और ताइवान के मध्य व्याप्त शत्रुता तथा राष्ट्रहित संजोनेवाली भारत की भूमिका !

१. चीन द्वारा ताइवान पर दागे गए ११ क्षेपणास्त्रों में से ५ क्षेपणास्त्रों का जापान की सीमा में गिरना तथा उसकी कारणमीमांसा !

चीन की ओर से अरुणाचल प्रदेश की सीमा के समीप हो रहा है निर्माण कार्य !

भारत चीन को ऐसे दुस्साहसी कृत्यों के विषय में कब पूछेगा ?

तैवान से हमारी मैत्री पर हमें अभिमान है !- अमेरिका

इस अवसर का लाभ लेकर भारत को चाहिए कि चीन को कूटनीतिक तथा भूराजनीतिक स्तर पर नष्ट करने हेतु प्रयास करे, प्रत्येक राष्ट्रप्रेमी नागरिक को ऐसा ही प्रतीत होता है !