कनाडा ने किया विरोध
वाशिंगटन ( अमेरिका ) – संयुक्त राज्य अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति (प्रेसिडेंट-इलेक्ट) डोनाल्ड ट्रंप ने ‘एक्स’ पर अमेरिका का नक्शा पोस्ट किया है। यह कनाडा को संयुक्त राज्य अमेरिका के हिस्से के रूप में दिखाता है। कनाडा के कार्यवाहक प्रधानमंत्री ट्रूडो और अन्य नेताओं ने ट्रंप के विचार को सिरे से खारिज कर दिया है । ट्रूडो ने कहा है कि ‘कनाडा कभी भी अमेरिका का हिस्सा नहीं बन सकता ।’ ट्रंप के आक्रामक रुख से कनाडा और अमेरिका के रिश्तों में तनाव आ गया है ।
कनाडा की विदेश मंत्री मेलानी जोली ने कहा कि ट्रंप कनाडा को ठीक से नहीं समझते हैं । ट्रंप को कनाडा की अर्थव्यवस्था और जनशक्ति का कोई अंदाज़ा नहीं है । हमारी अर्थव्यवस्था और लोग बहुत मजबूत हैं । हम धमकियों के आगे कभी नहीं झुकेंगे । कनाडा हमेशा से अमेरिका के साथ अच्छे संबंध चाहता रहा है ; लेकिन अपनी संप्रभुता से कभी समझौता नहीं करेगा ।
ट्रंप ने कनाडा से आयात पर २५ प्रतिशत टैरिफ लगाने की धमकी दी है, जिसका कनाडा की अर्थव्यवस्था पर नकारात्मक असर पड़ेगा । कनाडा के अधिकारी भी आरोपों का जवाब देने रहे हैं । ऐसे में विशेषज्ञ दोनों देशों के बीच व्यापार युद्ध छिड़ने की आशंका जता रहे हैं ।
ट्रम्प पनामा नहर और ग्रीनलैंड अमेरिका के अधिकार में लेने की कोशिश में !
डोनाल्ड ट्रंप ने कनाडा के साथ-साथ पनामा नहर और ग्रीनलैंड पर भी कब्ज़ा करने से संबंधित बयान दिया है । उन्होंने इसके लिए सैन्य कार्यवाही की चेतावनी दी है । ट्रंप ने कहा कि दोनों पर अमेरिकी नियंत्रण अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण है। यूरोप में से ग्रीनलँड डेन्मार्क का स्वायत्त प्रदेश है , जो नाटो (“नॉर्थ अटलांटिक ट्रीटी ऑर्गनायझेशन” नामक विश्व के २९ देशों का एक सैनिकी संघठन है) का लंबे समय से सहयोगी और संस्थापक सदस्य है। ट्रंप ने ग्रीनलैंड को बेचने के अमेरिकी प्रस्ताव को अस्वीकार करने पर डेनमार्क पर कर लगाने का भी प्रस्ताव रखा है।
इन मांगों को लेकर पनामा के विदेश मंत्री जेवियर मार्टिनेज-आचा ने ट्रंप की धमकी को सिरे से खारिज करते हुए कहा, ”यहां की नहर पनामा के नियंत्रण में है और रहेगी!”
डेनमार्क ने भी जोर देकर कहा कि ग्रीनलैंड ‘बिक्री’ के लिए नहीं है। डेनमार्क के प्रधान मंत्री मेटे फ्रेडरिक्सन ने कहा, “मुझे नहीं लगता कि जब हम करीबी सहयोगी और भागीदार हैं तो आर्थिक आधार पर एक-दूसरे से लड़ना अच्छी बात है।”
ट्रम्प ने हमास को फिर दी चेतावनी
२० जनवरी से पहले बंधकों को नहीं छोड़ा तो मच जाएगी तबाही !
ट्रंप ने कहा कि अगर २० जनवरी से पहले इजरायल से अगवा किए गए बंधकों को रिहा नहीं किया गया तो यह हमास के लिए अच्छा नहीं होगा । मैं किसी भी बातचीत को ख़तरे में नहीं डालना चाहता ; लेकिन अगर मैंने शपथ लेने से पहले बंधकों की रिहाई पर कोई समझौता नहीं किया, तो मध्य पूर्व में विनाश होगा। सब कुछ नष्ट हो जायेगा । मुझे और कुछ कहने की जरूरत नहीं है ।
ट्रंप ने बार-बार हमास से बंधकों को रिहा करने के लिए कहा है। २० जनवरी को ट्रंप अमेरिका के ४७ वें राष्ट्रपति के तौर पर शपथ लेंगे ।