देहली में पतंग उडाने पर प्रतिबंध लगाने की याचिका उच्च न्यायालय द्वारा अमान्य

राजधानी देहली में पतंग उडाने पर प्रतिबंध लगाया जाए, ऐसी मांग करनेवाली याचिका उच्च न्यायालय ने अमान्य कर दी । उच्च न्यायालय का कहना है कि पतंग उडाना, एक सांस्कृतिक गतिविधि है ।

सुबह अथवा सायंकाल में देर होने पर अवैध निर्माणकार्याें पर बिना नोटिस के कार्यवाही नहीं होनी चाहिए ! – देहली उच्च न्यायालय का आदेश

देहली के ‘शकुरपुर स्लम युनियन’ द्वारा प्रविष्ट याचिका पर न्यायालय ने यह आदेश दिया । यहां की ३०० झुग्गियों पर कोई भी नोटिस दिए बिना कार्यवाही की गई थी । इसलिए यह याचिका प्रविष्ट की गई थी ।

चीन अपने लडाकू विमान लद्दाख सीमा से दूर रखे ! – भारत ने दी चीन को चेतावनी

चीन द्वारा ऐसी चेतावनी गंभीरता से लेने की संभावना अल्प होने के कारण भारत को भी स्वयं के लडाकू विमान चीन की सीमा के पास ले जाकर ‘जैसे को तैसा’ प्रत्युत्तर देना चाहिए !

दिल्ली न्यायालय की निलंबित महिला न्यायाधीश और उनके पति के विरोध में अपराध प्रविष्ट

जहां भ्रष्टाचार न हो, ऐसा एक भी क्षेत्र शेष है क्या ? यह स्थिति हिन्दु राष्ट्र अपरिहार्य करती है !

पी.एफ.आई. के दिल्ली में होने वाले कार्यक्रम पर पुलिस द्वारा बंदी

ऐसी मांग क्यों करनी पडती है ? पुलिस स्वयं सामने आकर कार्यवाही क्यों नहीं करती ?

प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा सोनिया गांधी से दूसरी बार पूछताछ

वैधानिक प्रक्रिया के अनुसार चल रही जांच का विरोध करने वाली कांग्रेस कानून द्रोही एवं जनताद्रोही है ! ध्यान दें कि कांग्रेसी कभी नहीं कहते कि ‘इस प्रकरण में दोषियों की जांच के उपरांत वास्तविकता जनता के सामने आना चाहिए ! किन्तु वे हिन्दुओं के प्रकरण में ऐसा दृष्टिकोण देने से नहीं चूकते !

मेरा राष्ट्रपति होना मेरी व्यक्तिगत सफलता नहीं, अपितु भारत के प्रत्येक निर्धन की सफलता है ! – राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू

द्रौपदी मुर्मू ने २५ जुलाई को राष्ट्रपतिपद की शपथ ली । संसद के ‘सेंट्रल हॉल’में संपन्न हुई इस शपथविधि के लिए राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ अनेक बडे नेता उपस्थित थे । सरन्यायाधीश एन.वी. रमणा ने मुर्मू को राष्ट्रपतिपद की शपथ दिलवाई ।

महंगाई के कारण संसार भर के ७ करोड लोग निर्धन होंगे ! – अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष की चेतावनी

भविष्य में इससे भी भयावह आपातकाल आने की भविष्यवाणी इससे पूर्व द्रष्टा संतों ने समय-समय पर की है । इसलिए ऐसे भीषण आपातकाल में जीवित रहने के लिए लोगों का साधना करना आवश्यक !

कोई भी उदारवादी मत का देश भारत के समान उदार नहीं बन सकता ! – तस्लीमा नसरीन, बांग्लादेशी लेखिका

भारत को असहिष्णु, धर्मांध, कट्टरपंथी संबोधित करके उसे तुच्छ समझनेवालों को अब क्या कहना है ?

दर्द से तडप रही गर्भवती महिला को नई दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में भरती करने से मना किया !

अमानुष बर्ताव करने वाले संबंधित डॉक्टरों पर और अधिकारियों पर कठोर कार्यवाही होनी चाहिए !