हिन्दुओं को देवताओं की मूर्तियां स्थापित कर पूजा का अधिकार देने की मांग, न्यायालय ने अस्वीकार की !

अतीत में की गई चूकें, वर्तमान और भविष्य की शांति भंग होने का आधार नहीं बन सकतीं ! ऐसा कह कर साकेत न्यायालय ने ‘प्लेसेस ऑफ वर्शिप १९९१’ इस कानून के आधारे कुतुबमिनार में २७ हिन्दू और जैन मंदिरों में पूजा का अधिकार मांगनेवाली याचिका अस्वीकार की !

देहली की रोहिणी अदालत में देसी बम का विस्फोट

देहली पुलिस के अनुसार न्यायालय में हुआ विस्फोट कम तीव्रता का है। यह एक प्रकार का देसी बम है। घटना स्थल पर सफेद पाउडर जैसी सामग्री फैली होने के विषय में पुलिस को आभास हुआ है।

जे.एन.यू. में बाबरी के समर्थन में कम्यूनिस्ट विचारधारा के विद्यार्थी संगठनों की ओर से आंदोलन

भारत में मुसलमान आक्रमकों ने हिन्दुओं के साढे चार लाख मंदिर गिराए, कश्मीर से साढे चार लाख हिन्दुओं को पलायन के लिए विवश किया, साथ ही सैकडों मंदिरों पर आक्रमण किए, इस विषय में कम्युनिस्ट संगठनों को आंदोलन करने चाहिएं, ऐसा नही लगता !

(कहती हैं) ‘आज का भारत गांधी का नहीं, गोडसे का है !’ – मेहबूबा मुफ्ती

जो सत्य नहीं, ऐसे विधान कर लोगों को भ्रमित करने का प्रयास मेहबूबा मुफ्ती कर रही हैं, यदि यह देश गांधी का न होता, तो भारत पुन: अखंड भारत हो जाता ! ऐसा तो अभी नहीं हुआ, यह वस्तुस्थिति है ! काश्मीर में अब जिहादियों पर कुछ मात्रा में अंकुश लगने से उन्हें मुसलमान प्रेमी गांधी की याद आ रही है !

हिंद महासागर में चीन की युद्ध नौकाओंपर नौसेना का ध्यान ! – नौसेना प्रमुख आर. हरिकुमार

प्रत्यक्ष नियंत्रण सीमा पर तनाव था, हमने हिंद महासागर क्षेत्र में युद्ध नौका तैनात की थी। परिस्थिति बिगडते ही चीन को सही उत्तर दे सकें, यह इसके पीछे का उद्देश्य था। चीन वर्ष २००८ से हिंद महासागर क्षेत्र में खुराफात कर रहा है।

प्रदूषण पर उपाय !

प्रदूषण पर पूरी मात करने के लिए डेढ-दो शतक पहले जैसी स्थिति थी, कम से कम वैसी स्थिति अब निर्माण करनी चाहिए । वह अब संभव नहीं; परंतु उस दिशा में प्रयास करना चाहिए ।

त्योहारों के समय देहली में आक्रमण करने का आतंकवादियों का प्रयास  ! – गुप्तचरों की जानकारी

देश में हिन्दू त्योहारों के समय ही जिहादी आतंकवादियों द्वारा आक्रमण करने का प्रयास किया जाता है, जिससे ध्यान में आता है कि, ‘आतंकवादियों का धर्म होता है’ ! ध्यान रखें कि, रमजान, बकरी ईद, मोहर्रम, क्रिसमस, गुड फ्राइडे जैसे त्योहारों के समय कोई भी संकट नहीं होता है !

आरोपियों को हिरासत में लेने गई पुलिस पर धर्मांधों द्वारा पत्थर फेंके गए : ५ पुलिस घायल

ऐसी घटनाएं देश में अनेक स्थानों पर होती रहती हैं; लेकिन इस विषय में आधुनिकतावादी और धर्मनिरपेक्षतावादी मुंह नहीं खोलते, यह ध्यान दें !

हिन्दू राष्ट्र की मांग के लिए जल समाधि लेने की घोषणा करने वाले महंत परमहंस दास पीछे हटे !

वर्ष २०२३ में, भारत में हिन्दू राष्ट्र की स्थापना होगी ही, इसलिए, ऐसे अनशन की कोई आवश्यकता नहीं होगी ; परंतु, हिन्दू  राष्ट्र की स्थापना के लिए ऐसे संतों एवं महंतों को संपूर्ण देश में जागरूकता निर्माण कर, हिन्दुओं को संगठित करना चाहिए !