पूरे वर्ष में १० में से ६ भारतियों द्वारा चीनी उत्पादों का बहिष्कार ! – सर्वेक्षण से प्राप्त निष्कर्ष

चीनी चलितभाष (मोबाइल) तथा तत्समान उत्पादों का उचित विकल्प न होने से भारतीय लोग अभी भी ये उत्पाद खरीद रहे हैं, यह इससे ध्यान में आता है ! भारत में इन वस्तुओं का उत्पादन होने के लिए भारत सरकार को उद्यमियों को प्रोत्साहन देना आवश्यक !

चीनी सैनिक प्रत्येक वर्ष सीमा में घुसपैठ करने का प्रयास करते हैं और मार खाकर जाते हैं ! – मनोज नरवणे, पूर्व सेना प्रमुख

चीनी सैनिक प्रतिवर्ष घुसपैठ करने का प्रयास करते हैं और प्रत्येक समय उन्हें शर्मिंदा होकर मार खाना पडता है, ऐसी जानकारी पूर्व सेना प्रमुख मनोज मुकुंद नरवणे ने ‘ए.एन.आई.’ इस वृत्तसंस्था को दिए साक्षात्कार में दी ।

भारतीय जवानों ने चीनी सैनिकों को मार भगाया !

चीन ऐसे आधिकारिक प्रतिपादन करता ही रहेगा । जब तक उसे उचित पाठ पढ़ाया नहीं जाता तब तक उसके उपद्रव नहीं रुकेंगे । भारत को उसके लिए सघन प्रयास करना चाहिए !

भारत की अपेक्षा चीन के सैनिकों की अधिक क्षति ! – वैश्विक माध्यमों द्वारा समाचार

अरुणाचल प्रदेश के तवांग में भारतीय एवं चीनी सैनिकों के मध्य हुए संघर्ष का समाचार वैश्विक प्रसारमाध्यमों द्वारा प्रसारित किया गया है । इसमें उन्होंने कहा है कि भारत की अपेक्षा चीन के सैनिकों की अधिक क्षति हुई है ।

भारत और हमारे संबंधों के बीच अमेरिका हस्तक्षेप न करे ! – चीन की धमकी

अमेरिका के रक्षामंत्रालय ‘पेंटगॉन’ द्वारा संसद को भेजे गए ब्यौरे में चीन के विषय में जानकारी दी है । इसमें कहा है कि चीनी सेना भारत को अमेरिका के समीप जाने से रोकने का प्रयास कर रही है और इसके लिए चीन सीमा पर तनाव कम करने का प्रयास कर रहा है ।

चीनी फिल्में तथा औषधियां बनानेवाले प्रतिष्ठानों द्वारा लूटमार !

चीन में ‘वो बू शी याओ शेन’ (‘डाइंग टू सर्वाइव’ – जीने के लिए मरना) फिल्म को दर्शक बहुत पसंद कर रहे हैं । व्यवस्था पर प्रश्नचिन्ह लगानेवाली यह फिल्म चीन में प्रदर्शित हो सकी, यह भी एक चमत्कार ही है !

चीन में सरकार विरोधी आंदोलन को अमेरिका का समर्थन

अमेरिका ने कहा है कि चीन की ‘जीरो कोविड पॉलिसी’ नहीं चलेगी । हमें लगता है कि इस तरह की नीतियों से कोरोना पर नियंत्रण पाना कठिन है ।

चीन ने श्रीलंका में जहाज भेजकर की भारत की जासूसी !

श्रीलंका को कर्ज देकर चीन ने उसे अपनी ओर मोड लिया है । इस कारण चीन जैसा बताएगा, श्रीलंका उसी प्रकार बर्ताव करेगा । यह ध्यान में लेकर भारत को श्रीलंका से चर्चा करने की अपेक्षा चीन के विरोध में आक्रामक नीति अपनाना आवश्यक !

पाकिस्तान ने चीन-पाकिस्तान आर्थिक महामार्ग में सहभागी होने के लिए तुर्की को किया आमंत्रित

चीन-पाकिस्तान आर्थिक महामार्ग योजना में तुर्की देश को भी सहभागी होने का निमंत्रण दिया गया है । पाक के प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ ने यह निमंत्रण दिया है ।

चीन ने अपनी दूसरी जासूसी नौका हिंद महासागर में भेजी !

ऐसी धूर्त चीनी सरकार से सभी प्रकार के संबंध तोडकर उससे शत्रु समान बर्ताव करना चाहिए और उसे समझ में आए, ऐसी भाषा में सबक सिखाना चाहिए !