भ्रमणभाष तथा तत्समान चीनी उत्पादों की खरीद में वृद्धि !
नई देहली – अरुणाचल प्रदेश के तवांग की सीमा पर चीन एवं भारत की सेना के मध्य हुए संघर्ष के उपरांत अब दोनों देशों में तनाव की स्थिति है । इस पृष्ठभूमि पर एक सामाजिक संगठन ‘लोकल सर्कल’ द्वारा किए गए सर्वेक्षण से विगत पूरे वर्ष में १० में से ६ भारतीय लोगों ने चीनी उत्पादों का बहिष्कार किया है, ऐसा सामने आया है ।
१. इस संगठन ने देश के ३१९ जिलों के भिन्न-भिन्न शहरों के ४० सहस्र से अधिक लोगों के विचार जान लिए ।
२. इसमें लोगों से यह पूछा गया कि विगत पूरे वर्ष में चीनी उत्पादों की खरीद अल्प होने का क्या कारण है ? इस पर ५८ प्रतिशत लोगों ने बताया कि चीन के साथ चल रहे तनाव के कारण उन्होंने चीनी उत्पादों का बहिष्कार किया है ।
३. इस सर्वेक्षण में २८ प्रतिशत लोगों ने ‘मूल्य, गुणवत्ता एवं अच्छी ग्राहक सेवा के कारण हम भारतीय उत्पाद खरीद रहे हैं’, ऐसा बताया । ११ प्रतिशत लोगों ने कहा कि केवल गुणवत्ता एवं मूल्य देखकर भारतीय उत्पाद खरीद रहे हैं । ८ प्रतिशत लोगों ने अन्य विदेशी उत्पादों को प्रधानता देने की बात कही, साथ ही ८ प्रतिशत लोगों ने यह भी बताया कि उनकी पसंदवाले उत्पाद अथवा विख्यात प्रतिष्ठानों के उत्पाद ऑनलाइन न मिलने से उन्हें चीनी उत्पाद ही खरीदने पड रहे हैं ।
४. ३५ प्रतिशत लोगों ने बताया कि विगत पूरे वर्ष में उन्होंने चीनी बनावटवाले इलेक्ट्रॉनिक्स उत्पाद खरीदे, साथ ही १४ प्रतिशत लोगों ने त्योहारों के समय चीनी प्रतिष्ठनों द्वारा उत्पादित दीप खरीदे ।
५. ५९ प्रतिशत लोगों ने बताया कि अब उनके चलितभाष (मोबाइल) में एक भी चीनी एप नहीं है, तो २९ प्रतिशत लोगों के चलितभाष (मोबाइल) में १ अथवा उससे अधिक एप होने की जानकारी दी ।
६. सर्वेक्षण के अनुसार अभी भी भारत में चीन में उत्पादित चलितभाष संच (मोबाइल) अथवा तत्समान उत्पादों की बिक्री अधिक है तथा वह बढ भी रही है ।
संपादकीय भूमिकाचीनी चलितभाष (मोबाइल) तथा तत्समान उत्पादों का उचित विकल्प न होने से भारतीय लोग अभी भी ये उत्पाद खरीद रहे हैं, यह इससे ध्यान में आता है ! भारत में इन वस्तुओं का उत्पादन होने के लिए भारत सरकार को उद्यमियों को प्रोत्साहन देना आवश्यक ! |