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बीजिंग (चीन) – भारत के ७ राज्य, जिन्हें ‘सेवन सिस्टर्स’ कहा जाता है, भूमि से घिरे हुए हैं। उन्हें समुद्र तक पहुंचने का कोई रास्ता नहीं है। इस क्षेत्र के समुद्र का हम ही एकमात्र रक्षक हैं। इसलिए असीमित संभावनाएं खुली हुई हैं, इन शब्दों में बांग्लादेश के अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार मोहम्मद यूनुस ने भारत को परोक्ष चेतावनी देते हुए चीन को बांग्लादेश में निवेश करने के लिए आमंत्रित किया। (अगर चीन को भारत के ७ राज्यों को निगलना हो, तो उसे बांग्लादेश में निवेश करना चाहिए, ऐसा यूनुस कह रहे हैं। ऐसे लोगों को सबक सिखाना अनिवार्य है – संपादक) चीन की ४ दिवसीय यात्रा पर गए यूनुस ने उद्यमियों की एक बैठक में पूर्वोत्तर भारत के संदर्भ में उपरोक्त बयान दिया। उनके इस भाषण का वीडियो उन्होंने अपने फेसबुक अकाउंट पर प्रसारित किया है।
7 Indian states are landlocked, and their only route to the sea is through us! 🌊🚢
Bangladesh’s interim government chief advisor, Muhammad Yunus, indirectly threatens India during his visit to China! ⚠️
He invites China to set up factories in Bangladesh! 🏭🇨🇳
Bangladesh has… pic.twitter.com/IxeuZzo3Rz
— Sanatan Prabhat (@SanatanPrabhat) April 1, 2025
१. फेसबुक पर अपनी एक अन्य विस्तृत पोस्ट में उन्होंने यह भी लिखा कि चीन को अपने कारखाने बांग्लादेश में स्थानांतरित करने चाहिए। बांग्लादेश में चीनी अर्थव्यवस्था का विस्तार हो सकता है। बांग्लादेश पश्चिम एशिया में उत्पादों के निर्यात के लिए एक विनिर्माण केंद्र बन सकता है। इस देश में कोई व्यापारिक प्रतिबंध नहीं हैं। प्रत्यक्ष विदेशी निवेश करने वाले निवेशकों को उत्कृष्ट प्रतिस्पर्धी माहौल और लाभ के अवसर मिलते हैं।
२. इससे पहले, यूनुस ने बांग्लादेश और चीन के बीच संबंधों को मजबूत करने के महत्व को भी रेखांकित किया था। उन्होंने चीन को ‘बांग्लादेश का अच्छा मित्र’ बताया। चीन यात्रा के समापन के समय यूनुस ने यह आशा भी व्यक्त की कि ‘दोनों देशों के बीच सहयोग का एक नया चरण शुरू होगा।’
यूनुस के भडकाऊ बयानों को गंभीरता से लेना चाहिए ! – असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा
मोहम्मद यूनुस के बयान पर असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि यूनुस के ऐसे भड़काऊ बयानों को गंभीरता से लिया जाना चाहिए। यूनुस के पास इस संदर्भ में गहरी रणनीतिक सोच और दीर्घकालिक कार्यसूची हो सकती है। यूनुस का यह बयान भारत की रणनीतिक ‘चिकन नेक कॉरिडोर’ (पश्चिम बंगाल में स्थित लगभग २२ किलोमीटर लंबा अत्यंत संकरा भूभाग, जो पूर्वोत्तर के ७ राज्यों को शेष भारत से जोड़ने वाला एकमात्र मार्ग है) की स्थिति को प्रतिबिंबित करता है।
The statement made by Md Younis of Bangladesh so called interim Government referring to the seven sister states of Northeast India as landlocked and positioning Bangladesh as their guardian of ocean access, is offensive and strongly condemnable. This remark underscores the…
— Himanta Biswa Sarma (@himantabiswa) April 1, 2025
ऐतिहासिक रूप से, भारत के आंतरिक तत्वों ने पूर्वोत्तर राज्यों को अलग करने के लिए इस महत्वपूर्ण मार्ग को तोड़ने का प्रयास किया है, और यूनुस ने इसी संदर्भ में एक खतरनाक सुझाव दिया है। इसलिए, ‘चिकन नेक कॉरिडोर’ के आसपास मजबूत रेलवे और सड़क नेटवर्क विकसित करना आवश्यक है। पूर्वोत्तर राज्यों को शेष भारत से जोड़ने के लिए वैकल्पिक मार्गों की खोज और विकास को प्राथमिकता दी जानी चाहिए।
इस बयान का अर्थ क्या है ? – संजीव सान्याल
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आर्थिक सलाहकार परिषद के सदस्य संजीव सान्याल ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर यूनुस का वीडियो पोस्ट करते हुए कहा कि चीन का बांग्लादेश में निवेश का स्वागत है, लेकिन भारत के ७ राज्यों के भूमि से घिरे होने का क्या अर्थ है?, ऐसा सवाल उन्होंने उठाया।
Interesting that Yunus is making a public appeal to the Chinese on the basis that 7 states in India are land-locked. China is welcome to invest in Bangladesh, but what exactly is the significance of 7 Indian states being landlocked? https://t.co/JHQAdIzI9s
— Sanjeev Sanyal (@sanjeevsanyal) March 31, 2025
त्रिपुरा के ‘टिपरा मोथा’ पार्टी के प्रमुख प्रद्योत किशोर माणिक्य देबबर्मा ने यूनुस के बयान की निंदा करते हुए कहा कि वर्ष १९४७ में वर्तमान बांग्लादेश के चटगांव बंदरगाह को छोड़ देना भारत की सबसे बड़ी गलती थी। स्वदेशी लोगों के समर्थन से समुद्र तक पहुंचने का मार्ग बनाना चाहिए।
संपादकीय भूमिकाबांग्लादेश भारत के लिए दूसरा पाकिस्तान बन गया है। पाकिस्तान को पिछले ७८ वर्षों में भारत ने सीधा नहीं किया, वही निष्क्रियता भारत बांग्लादेश के संदर्भ में दिखा रहा है, इसलिए ही यूनुस इस तरह की धमकी देने का साहस कर रहे हैं, यह भारत के लिए खतरे की घंटी है। |