किसान आंदोलन के कारण भारतीय सेना प्रभावित ! – मेघालय के राज्यपाल सत्यपाल मलिक

सेना के २ जनरलों ने बताया, कि किसान आंदोलन भारतीय सेना को भी प्रभावित कर रहा है । अतः कुछ भी हो सकता है । “आज आप सत्ता में बैठे हैं और सत्ता के अहंकार में कुछ भी करते जा रहे हैं ; परंतु, इसके क्या परिणाम होंगे, यह आप नहीं जानते ।” मेघालय के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने यहां आयोजित जाट सम्मेलन में यह वक्तव्य दिया ।

सीआरपीएफ के सैनिक द्वारा साथी सैनिकों पर की गई गोलीबारी में ४ की मृत्यु तथा ३ चोटग्रस्त !

गोलीबारी करने वाले सैनिक का मानसिक रोग से ग्रस्त होने का दावा !

भारत-पाक सीमा पर ३ वर्षों के उपरांत दिवाली के अवसर पर दोनों देशों के जवानों ने एक-दूसरे को दी मिठाइयां !

पाकिस्तान ने ऐसा क्या किया है, जिससे भारत ने इस परंपरा को पुनर्जीवित किया ? पाकिस्तान को मिठाइयां देने और उससे मिठाइयां लेने का क्या औचित्य है, जब पाकिस्तान और उसके प्रायोजित आतंकवादी निरंतर कश्मीर पर आक्रमण कर रहे हैं ?

कश्मीर में, पाकिस्तान सीमा के समीप, बारूदी सुरंग विस्फोट में १ अधिकारी और १ सैनिक का बलिदान !

जब तक पाकिस्तान का नाश नहीं किया जाता, तब तक ऐसी घटनाओं को रोकना असंभव है ! इसपर अब लक्ष्य केंद्रित करना चाहिए !

पुंछ में हुतात्मा हुए २ सैनिक 

और कितने दिन भारतीय सैनिक हुतात्मा होते रहेंगे ? कश्मीर में आतंकवाद को जड-सहित नष्ट करने का प्रयास कब होगा ?

लद्दाख से सेना पीछे लेने की भारत की मांग को चीन ने नकारा !

भारत की भूमि में घुसपैठ करना और भारत को ही सुनाना, चीन की इस दादागीरी को भारत ने जैसे को तैसा उत्तर देने की आवश्यकता है !

अरुणाचल प्रदेश की सीमा पर चीन के २०० सैनिकों का घुसपैठ करने का प्रयास !

चीन को जैसे को तैसा उत्तर दिया, तो दुम दबाकर भागता है, यह ध्यान में रखते हुए भारत ने हमेशा इसी भूमिका में रहना चाहिए !

अमेरिकी सेना के पास ३ सहस्र ७५० अणु शस्त्र !

वर्ष १९६७ में रशिया के साथ हुए शीत युद्ध के बाद यह आंकडा सबसे कम है । शीत युद्ध के समय अमेरिका के पास कुल ३१ सहस्र २५५ अणु शस्त्र थे ।

पंजाब सीमा पर स्थित गुरुदासपुर एवं पठानकोट में पाकिस्तानी ड्रोन की घुसपैठ

भारत के पास अभीतक ड्रोनविरोधी तंत्र न होने के कारण पाकिस्तान को खुली छूट मिल रही है । इससे भारत अभी भी सुरक्षा के संदर्भ में पिछडा हुआ है, यही ध्यान में आता है !

बंदीकृत पाकिस्तानी आतंकी की अपराध स्वीकारोक्ति !

गरीबी से बाहर निकलने के लिए, मुझे लश्कर-ए-तैयबा में सम्मिलित होने का लालच दिया गया । मुझे पाकिस्तानी सेना ने प्रशिक्षित किया और पाकिस्तानी गुप्तचर सेवा आई.एस.आई. को सौंप दिया ।