(और इनकी सुनिए…) ‘पडोसी देशों से भारत की भूमिका आक्रामक !’ – पाकिस्तान

‘पाकिस्तान गवर्नंस फोरम २०२३’ को संबोधित करते समय रब्बानी खार ने भारत को पाश्चात्य  देशों का पसंदीदा देश कहा है ।

मालदीव में आतंकवादी संगठनों को सहायता करनेवाले २९ प्रतिष्ठानों पर अमेरिका ने लगाया प्रतिबंध !

अमेरिका के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने ३१ जुलाई को बताया कि, जिन लोगों पर प्रतिबंध लगाया गया है, वे पत्रकार और स्थानीय प्रशासकीय अधिकारियों पर आक्रमण करने की योजना बना रहे थे ।

चीन के लिए जासूसी करने वाले कनाडा के पूर्व अधिकारी को बंदी बनाया

विश्व के अनेक महत्वपूर्ण देशों में चीन की कार्यवाहियां चालू हैं। चीन केवल भारत के लिए नहीं बल्कि विश्व के लिए भी खतरा बना है। यही सत्य है !

(और इनकी सुनिए …) ‘किसी का दु:ख देखकर, हमारे हृदय में भी वेदना होती है !’ – भारत के अमेरिका के राजदूत एरिक गार्सेटी

भारत के अंतर्गत प्रश्नों में नाक घुसेडनेवाले धूर्त अमरीका के ऐसे राजदूतों को भारत को भी योग्य समय आने पर सबक सिखाना चाहिए !

कॅनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने टोरंटो स्थित स्वामीनारायण मंदिर में लिए दर्शन !

कॅनाडा में खालिस्तानवादियों द्वारा वहां के मंदिरों पर, साथ ही हिन्दुओं पर आक्रमण किए जाते हैं । ट्रूडो इन खालिस्तानवादियों का समर्थन करते हैं । इस कारण ट्रूडो द्वारा हिन्दू मंदिर में दर्शन लेना यह दिखावा है !

अमेरिका में पीडित व्यक्ति को १५४ करोड रुपए हानि भरपाई देने का न्यायालय का आदेश

जॉनसन एंड जॉनसन पावडर के कारण कर्करोग होने का पता चला !

चलचित्र में ओपनहायमर की भूमिका करनेवाले अभिनेता ने किया श्रीमद्भगवद्गीता का अध्ययन !

गीता का महत्त्व पश्चिमी समझते हैं; परंतु भारत के विद्यालयों में गीता पढाने का सूत्र आनेपर धर्मनिरपेक्ष राज्यकर्ता उसका विरोध करते हैं, यह संतापजनक !

अमेरिकी डॉलर की बराबरी से ही भारतीय रुपए का प्रयोग होना चाहिए !

श्रीलंका के राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे का विधान !

वर्ष २०२५ में आनेवाले सौर तूफान के कारण जगभर के इंटरनेट की संपूर्ण यंत्रणा के नष्ट होनेे की संभावना !

इस प्रकार को ‘इंटरनेट एपोकैलिप्स’ संबोधित किया गया है ।

कनाडा में खालिस्तानियों ने फलक पर लिखा : प्रधानमंत्री मोदी ‘आतंकवादी’ !

कनाडा अब ‘खालिस्तानी देश’ हो गया है तथा वहां के हिन्दू एवं उनके धार्मिक स्थल असुरक्षित हो गए हैं । इस विषय में अब भारत को कठोर भूमिका अपनाना आवश्यक है !