वर्ष २०२५ में आनेवाले सौर तूफान के कारण जगभर के इंटरनेट की संपूर्ण यंत्रणा के नष्ट होनेे की संभावना !

न्यूयॉर्क (अमेरिका) – ‍वर्तमान में जग में इंटरनेट मानवी जीवन का एक अविभाज्य घटक बन गया है । भारत का विचार करने पर, कम से कम ८० करोड भारतीय इंटरनेट का उपयोग करते हैं । कहा जा रहा है कि ऐसा होते हुए भी संभावना है कि वर्ष २०२५ में इंटरनेट की संपूर्ण यंत्रणा ही नष्ट हो सकती है । इस काल में पृथ्वी पर एक विनाशकारी सौर तूफान आ सकता है, जिससे जगभर के इंटरनेट खराब हो सकते हैं । इस प्रकार को ‘इंटरनेट एपोकैलिप्स’ संबोधित किया गया है ।

१. सौर तूफान में ‘इलेक्ट्रोमैग्नेटिक पल्स’ अर्थात विद्युत्चुंबकीय कंपन होते हैं । इसकी तीव्रता अधिक हुई, तो उनका पृथ्वी पर विनाशकारी परिणाम हो सकता है ।

२. अमेरिका के ‘नैशनल ओशेनिक एंड एटमॉस्फिरिक एडमिनिस्ट्रेशन’के प्रवक्ता ने कहा है कि अंतराल में मौसमी तूफानों की तरंगों की बारंबारता का अध्ययन करने के लिए सूर्य के सौर तूफान की ओर ध्यान रखा जाता है । इससे तूफानों की तरंगों की बारंबारता का अनुमान हो जाता है । सौर तूफानों के कारण ‘रेडियो ब्लैकआउट’ होकर इंटरनेट बंद हो सकता है ।

३. लिफोर्निया के ‘यूनिवर्सिटी ऑफ कंप्यूटर साइंस’की प्राध्यापिका संगीता अब्दु ज्योति का कहना है कि इस बार सौर तूफान गतिमान होगा । संपूर्ण जग इंटरनेट पर निर्भर हो गया है । इस तूफान का इंटरनेट पर कितना परिणाम होगा, यह अभी बताया नहीं जा सकता !