संपादकीय : अमेरिका की दादागिरी को महत्त्व न दें !

भारत को अमेरिका पर पाकिस्तान के साथ हथियारों का व्यापार न करने के लिए दबाव डालना आवश्यक !

अमेरिका में हिंदू मंदिर निर्माण रोकने के लिए बदले गए नियम !

इससे फिर से सिद्ध होता है कि अमेरिका भारत का मित्र नहीं हो सकता। भारतीयों को सदैव याद रखना चाहिए कि अमेरिका एक विश्वासघाती, स्वार्थी और अवसरवादी देश है !

Pakistan In UN : नया भारत दूसरों के घर में घुसकर उनकी हत्या कर रहा है ! – पाकिस्तान के राजदूत मुनीर अक्रम

पाकिस्तान तथा अन्य देशों में भारत विरोधी आतंकवादियों की हो रही हत्याओं को लेकर अक्रम ने यह वक्तव्य दिया है ।

Gopi Thotakura Space Tourist : पर्यटक के रूप में अंतरिक्ष में जानेवाले पहले भारतीय, गोपी थोटाकुरा !

पीछले २-३ वर्षों से अमेरिका में ‘अंतरिक्ष पर्यटन’ का बोलबाला है । विशेषकर निजी प्रतिष्ठानों में इसके लिए होड लगी है ।

US Students And Hindu Curriculum : अमेरिका में हिन्दू धर्मसंबंधी पाठ्यक्रम के छात्रों की संख्या में ४ गुना वृद्धि !

अमेरिका तथा अन्य विदेशी विश्वविद्यालयोेंं में हिन्दू धर्मसंबंधी पाठ्यक्रम सीखाना आरंभ होने और उसे प्रचंड प्रतिसाद मिलने के पश्चात ही भारत के विश्वविद्यालय जग जाएंगे एवं वैसा पाठ्यक्रम सीखाना आरंभ करेंगे !

India Country Of Special Concern : अमेरिका में अंतर्राष्ट्रीय धार्मिक स्वतंत्रता आयोग की रिपोर्ट पक्षपातपूर्ण है !

भारत को ‘विशेष चिंता का देश’ बताने से नाराज हैं अमेरिकी हिंदू !

Lecturing India On Human Rights : भारत अपने लोकतंत्र की कमियां तभी सुधार करेगा, जब अमेरिका भी स्वयं की चूकें स्वीकार करेगा !

भारतीय वंश के अमेरिकी सांसद रो खन्ना ने अमेरिका को दिखाया आइना !

America Chabahar Port : (और इनकी सुनिए…) ‘भारत के ईरान के साथ व्यापार बढाने पर उसे करना पडेगा प्रतिबंधों के संकट का सामना !’

यह अमेरिका की दादागिरी ही है । पहले रूस और अब ईरान के साथ व्यापार बढाना, यह भारत का व्यक्तिगत मामला है । इसमें टांग अडाने का अमेरिका को कोई अधिकार नहीं !

Purnima Nath : अमेरिका के हिन्दुओं की व्यथा प्रस्तुत करनेवाली पूर्णिमा नाथ को रिपब्लिकन पार्टी की ओर से उम्मीदवारी !

विस्कॉनसिन के मिलवॉकी से मिली उम्मीदवारी !

(और इनकी सुनिए…) ‘भारत ने रशिया से तेल खरीदा; कारण अमेरिका की ऐसी इच्छा थी !’ – अमेरिका के भारत में राजदूत एरिक गार्सेटी

इसे कहते हैं धूर्तता ! वर्ष २०२२ में भारत को अकेला करने के लिए अमेरिका और यूरोपीय देश भारत पर रूस से तेल न खरीदने के लिए दबाव बना रहे थे । भारत सभी विरोधों का सामना कर सक्षम होकर अकेला खडा रहा ।