अमेरिका की भारत को चुनौती !
वॉशिंग्टन (रशिया) – अमेरिका के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने आवाहन कऱते हुए कहा, ‘रूस के भारत से पुराने एवं दृढ संबंध हैं तथा यह बात सभी जानते हैं । इस कारण भारत को रूस के साथ रहे इन दृढ संबंधों का उपयोग कर रूस के राष्ट्रपति पुतिन को यूक्रेन विरुद्ध चालू रहे अवैध युद्ध रोककर शांति प्रस्थापित करने का आवाहन करना चाहिए ।’ कुछ दिन पूर्व ही प्रधानमंत्री मोदी ने रूस की यात्रा कर राष्ट्रपति पुतिन से भेंट की थी । इस पृष्ठभूमि पर यह आवाहन किया गया है । यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने प्रधानमंत्री मोदी की रूस की यात्रा को लेकर आलोचना की थी ।
'India should use its relations with Russia to stop the #UkraineWar'- USA
• Instead of saying this to India, why doesn't the USA ask Ukraine not to be a part of NATO ?
• Russia wanted Ukraine to refrain from joining NATO, and Ukraine's defiance triggered the war.
• If… pic.twitter.com/K4lEtiYngp
— Sanatan Prabhat (@SanatanPrabhat) July 16, 2024
मिलर ने कहा है कि भारत को पुतिन से संयुक्त राष्ट्र प्रस्ताव एवं यूक्रेन के प्रादेशिक सार्वभौमत्व का भी आदर करने को कहना चाहिए ।
संपादकीय भूमिकाअमेरिका भारत से ऐसा कहने की अपेक्षा ‘यूक्रेन को ‘नाटो’ संगठन में सहभागी नहीं होना चाहिए’, ऐसा यूक्रेन को क्यों नहीं कहता ? ‘यूक्रेन के नाटो में सहभागी न होने की रूस की इच्छा थी तथा वह यूक्रेन द्वारा अस्वीकार किए जाने के कारण युद्ध चालू हो गया है । यदि यूक्रेन नाटो में जाने की इच्छा रहित करता है, तो रूस युद्ध पर तुरंत विराम देगा, इसलिए अमेरिका प्रथम यूक्रेन को परामर्श दें, ऐसा भारत को अमेरिका को कहना चाहिए ! |