वॉशिंगटन – रूस-यूक्रेन युद्ध चालू हो कर ढाई वर्ष हो गए हैं । अमेरिका की समाचार-वाहिनी सी.एन्.एन्. द्वारा दिए गए समाचार के अनुसार, रूस को सैनिकों की कमी महसूस हो रही है । इस कारण अधिकाधिक रूस के लोग सेना में भर्ती हों, इसके लिए रूस सरकार ने नागरिकों को भिन्न भिन्न सुविधाएं (छूट) दी हैं । रूस सरकार द्वारा प्रस्तुत एक नए प्रस्ताव के अनुसार, यदि कोई नागरिक सेना में भर्ती होने इच्छुक है, तो भर्ती होने से पूर्व ही उसे १८ लाख रुपए दिए जाएंगे ।
१. इस वृत्त के अनुसार, मॉस्को के महापौर (मेयर) सर्गेई सोबयानिन ने निवेदन प्रसारित किया है । इस में कहा है कि नगर निवासियों को सैन्य में भर्ती होने हेतु १.९ दशलक्ष रूबल (लगभग १८ लाख ४१ सहस्र ६९७ रुपए) देने का घोषित किया है ।
२. रूस के सेना में भर्ती होने के उपरांत सैनिकों को प्रथम वर्ष कुल ४९ लाख रुपए वेतन देने का आश्वासन दिया गया है ।
३. इतना ही नहीं, अपितु युद्ध में यदि घायल हो जाते हैं, तो उनके उपचारों के लिए ४ से ९ लाख रुपए नगद (कैश) दिए जाएंगे । युद्ध में लडते समय यदि सैनिक हुतात्मा (शहीद) हो जाएं, तो उनके परिवार को २८ लाख रुपए दिए जाएंगे ।
४. ब्रिटेन के रक्षामंत्रालय द्वारा १२ जुलाई को कहा गया था कि इस वर्ष मई से जून की समयावधि में यूक्रेन युद्ध में रूस के ७० सहस्र (हजार) से अधिक सैनिकों की मृत्यु हो गई है । तथा अनेक सैनिक घायल हो गए हैं ।
रूस को सामना करना पड रहा है सैनिकों की कमी का !
ऱूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन ने दिसंबर २०२३ में कहा था, ‘देश की सेना में १ लाख ७० हजार (सहस्र) सैनिक बढाने हैं ।’ रूस को सेना में २२ लाख से अधिक सक्रिय सैनिक चाहिए । यूक्रेन के साथ युद्ध के पश्चात रूस द्वारा अपनी सेना में १५ प्रतिशत सैनिकों की भर्ती की गई है । अब सैना दल का विस्तार करने का यह दूसरा बडा चरण हैं । इसलिए रूस बडी मात्रा में व्यय कर रहा है । इसके अंतर्गत रूस ने १५ हजार(सहस्र) नेपाली लोगों की भर्ती की है । नाम न कहने की शर्त पर एक नेपाली सैनिक ने कहा, ‘वर्तमान में अफगानिस्तान, भारत, कांगो एवं इजिप्त देशों के सैनिक रूस की सेना में प्रशिक्षण ले रहे हैं।’